Juloos Ki Bheed: Bhavtosh Pandey Ki Pratinidhi Kahaniyan

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आज हम सभी जाने-अनजाने में एक ‘जुलूस की भीड़’ का हिस्सा बनते जा रहे हैं | लोग बदलते जा रहे हैं और कई बार उस भीड़ का नायक भी लेकिन जुलूस ज्यों का त्यों आगे बढ़ रहा है |इस कथा संकलन में कहानियों के विषयों में काफी विविधता है | इनके नायक 'सुपरमैन' न होकर एक आम जन है जो आप और हममें से कोई एक है | घटनाएं और परिस्थितियाँ बिल्कुल परिचित हैं जिसका आज का मध्यम और गरीब तबका रोज सामना कर रहा है | उम्मीद है कि प्रत्येक पाठक किसी न किसी कहानी के चरित्र में अपने आप को पाएगा |

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About the author

1. नाम - भवतोष पाण्डेय

2. पेशे से इंजीनियर लेकिन कवि मन!

3. सामाजि क और राजनीति क मुद्दों पर स्वतन्त्र टि प्पणीकार

4. आइ.आइ.टी बीएचयू से केमिकल इंजि नीरिंग में स्ना तक तथा समाज शास्त्र, लोक प्रशासन और पत्रकारिता में ‘शंकर बारात’ की तरह डिग्री और डिप्लो मा जुटाने के बाद समझ में आया कि अनुभव और दृष्टि से बड़ी कोई भी डिग्री नहीं। अनुभव से अर् जित इसी दृष्टि का परिणाम है - जुलूस की भीड़!

5. कई पत्रिकाओं और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर कहानियाँ और कविताएं प्रकाशि त

6. वर्त मान - एक महारत्न कंपनी में वरिष्ठ प्रबंधक पर तैनात

7. सम्पर्क - bhav.itbhu@gmail.com

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