हालात रण की तरह हैं, पर्यावरण को लेकर हम सभी को मिलकर एक साथ जुटना होगा, हमें मिलकर परेशानियों को समझना होगा, उनके निराकरण की ओर अग्रसर होना होगा, समय रहते यदि हम इस महत्वपूर्ण विषय पर एक नहीं हुए तो भविष्य बेहद खौफनाक हो सकता है।
प्रकृति संरक्षण और संवर्धन की दिशा में पत्रिका का संपादन। अब तक प्रकृति संरक्षण पर केंद्रित कहानी संग्रह ‘हरी चिरैया’ के अलावा कहानी संग्रह ‘चांद से चिटठी आई है’ का प्रकाशन हो चुका है।