अखिल भारतीय आर्य महासभा (एआईएएम) भारत में एक नव स्थापित राजनीतिक दल है, जिसकी स्थापना 16 अप्रैल, 2023 को आर्य संस्कृति को बढ़ावा देने और संरक्षित करने के मुख्य उद्देश्य के साथ की गई थी। अखिल भारतीय आर्य महासभा (एआईएएम) के संस्थापक श्री विभास चंद्र अधिकारी हैं जो राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में भी कार्य करते हैं।
पार्टी की विचारधारा आर्यवाद के सिद्धांतों पर आधारित है, जो अनुशासन, आत्म-नियंत्रण और ज्ञान की खोज के मूल्यों पर जोर देती है। अखिल भारतीय आर्य महासभा (एआईएएम) एक अधिक सामंजस्यपूर्ण और समृद्ध राष्ट्र बनाने के उद्देश्य से आधुनिक भारतीय समाज में इन मूल्यों को पुनर्जीवित और बढ़ावा देना चाहता है।
पार्टी का एक प्राथमिक उद्देश्य आर्य संस्कृति के क्षेत्र में शिक्षा और अनुसंधान को बढ़ावा देना है। पार्टी का मानना है कि आर्य इतिहास और संस्कृति की गहरी समझ से भारतीयों को अपनी जड़ों से जुड़ने और देश की प्रगति में योगदान करने में मदद मिलेगी।
अखिल भारतीय आर्य महासभा (एआईएएम) का उद्देश्य भारत में आर्य समुदाय के कल्याण को बढ़ावा देना भी है। पार्टी सभी नागरिकों को उनकी सामाजिक, आर्थिक या धार्मिक पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना समान अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह भारतीय समाज के सभी वर्गों के बीच एकता और सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देने का भी प्रयास करता है।
अखिल भारतीय आर्य महासभा (एआईएएम) का एक अन्य प्रमुख उद्देश्य वैश्विक मंच पर भारत की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देना है। पार्टी का मानना है कि भारत की समृद्ध सांस्कृतिक परंपराएं दुनिया भर के लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत के रूप में काम कर सकती हैं, और अधिक शांतिपूर्ण और सामंजस्यपूर्ण दुनिया में योगदान दे सकती हैं।
इन उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए, अखिल भारतीय आर्य महासभा (एआईएएम) भारत और दुनिया भर में समान विचारधारा वाले व्यक्तियों और संगठनों के साथ मिलकर काम करने की योजना बना रही है। पार्टी आर्य संस्कृति के हित को बढ़ावा देने के लिए शैक्षणिक संस्थानों, सांस्कृतिक संगठनों और अन्य राजनीतिक दलों के साथ मजबूत साझेदारी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
निष्कर्षतः, अखिल भारतीय आर्य महासभा (एआईएएम) नए भारत में एक नई राजनीतिक पार्टी है जो आर्य संस्कृति को बढ़ावा देने और संरक्षित करने का प्रयास करती है। पार्टी के उद्देश्य शिक्षा, सामाजिक कल्याण और सांस्कृतिक प्रचार पर केंद्रित हैं और इसका लक्ष्य इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अन्य संगठनों के साथ मिलकर काम करना है। यह तो समय ही बताएगा कि पार्टी अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने में कितनी सफल होगी, लेकिन इसकी स्थापना भारत के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण विकास का प्रतिनिधित्व करती है।
पिछली बार अपडेट होने की तारीख
20 दिस॰ 2023