Havan Vidhi
Táto aplikácia vám povie kompletné vidhi a mantry o tom, ako vykonať Havana ... !!
Poskytli sme tiež význam mantry.
K dispozícii je všetko, čo je potrebné na vykonanie v hawane.
Stiahnite si a učte sa.
Aplikácia Havan pre každého, od nováčikov až po expertov, na vykonávanie starodávnych védskych rituálov v Havane.
pujas
Ganapati Homam
Satyanarayana Puja
Mahashivaratri Puja
Šrí Ráma Navami Puja
Hanuman Jayanti Puja
Narasimha Jayanti Puja
Mangala Gowri Vrata
Varalakshmi Puja
Shri Krishna Janmashtami Puja
Ganesha Chaturthi Puja
Ananta Chaturdashi Puja
Mangala Gowri Puja
Navaratri Puja / Devi Puja
Sarasvati Puja
Diwali Puja / Kedareshwar & Dhanalakshmi Puja
प्राचीन काल में कुण्ड चौकोर खोदे जाते थे, उनकी लम्बाई, चौड़ाई समान होती थी। यह इसलिए था कि उन ोंिनों भरपूर समिधाएँ प्रयुक्त होती थीं, घी और सामग्री भी बहुत-बहुत होमी जाती थी, फलस्वरूप न्नि कर भीर पर ।र चणर ।र ।र अधर ।र ।र ।र ।र अधर पूर पूर पूर क अध चण चण उसे नियंत्रण में रखने के लिए भूमि के भीतर अधिक जगह रहना आवश्यक था। उस स्थिति में चौकोर कुण्ड ही उपयुक्त थे। पर आज समिधा, घी, सामग्री सभी में अत्यधिक मँहगाई के कारण किफायत करनी पड़ती है। ऐसी दशा में चौकोर कुण्डों में थोड़ी ही अग्नि जल पाती है और वह ऊपर अच्छी तरह दिखाई भी नहीं पड़ती। ऊपर तक भर कर भी वे नहीं आते तो कुरूप लगते हैं। अतएव आज की स्थिति में कुण्ड इस प्रकार बनने चाहिए कि बाहर से चौकोर रहें, लम्बाई, चौड़ाई गहराई समान हो। पर उन्हें भीतर तिरछा बनाया जाय। लम्बाई, चौड़ाई चौबीच-चौबीस अँगुल हो तो गहराई भी 24 अँगुल तो रखना चाहिये पर उसमें तिरछापन इस तरह देना चाहिये कि पा ंदा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा छःा बा बार je
पचास अथवा सौ आहुति देनी हो तो कुहनी से कनिष्ठा तक के माप का (1 फुट 3 इंच) कुण्ड बनाना, एक हजार आहुति में एक हस्तप्रमाण (1 फुट 6 इंच) का, एक लक्ष आहुति में चार हाथ का (6 फुट), दस लक्ष आहुति में छः हाथ (९ फुट) का तथा कोटि आहुति में ८ हाथ का (१२ फुट) अथवा सोलह हाथ का कुण्ड बनाना चाहिये। भविष्योत्तर पुराण में पचास आहुति के लिये मुष्टिमात्र का भी र्निदेश है।
Aktualizované
17. 12. 2023