सूरह वक़िया (अल-वक़िया) سورة الواقعة; "अपरिहार्य" या "घटना" कुरान का 56वां सूरह (अध्याय) है। यह मक्का में प्रकट हुआ था (देखें मक्का सूरह)। इस सूरह में छंदों की कुल संख्या 96 है। यह जुज़ 27 का हिस्सा है। इसे वक़िया, वाकिया और वाकिया के नाम से भी जाना जाता है।
हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू, बांग्ला, स्वीडिश, स्पेनिश, मलेशियाई, चीनी, जर्मन, फ्रेंच और इंडोनेशियाई अनुवाद जोड़े गए।
हिंदी, अंग्रेजी, उर्दू और बांग्ला लिप्यंतरण जोड़ा गया।
सूरह अल वक़िया के लाभ
1. पैगंबर ने कहा, 'जो कोई भी रात में सूरह अल वक़िया पढ़ता है उसे कभी गरीबी का सामना नहीं करना पड़ेगा।'
2. पैगंबर ने कहा, 'सूरह अल वक़िया धन का सूरह है, इसलिए इसे पढ़ें और अपने बच्चों को सिखाएं।'
पिछली बार अपडेट होने की तारीख
29 अक्तू॰ 2023