"|| सती विद्या स्वयं देया ||
विद्यापीठ
जैनेश्वरी विद्या हमारे जीवन का अमृत हैर इसे पीते हन हन हनारा धर्म। तीर्थधाम मंगलायतन इसका रसपान कराने अत्यंत प्रमोद के साथ मंगल विद्विदापीठ को प्रस्तारित कर
"" हर घर मंगलार्थी, घर घर मंगलायतन "" के स स द द द द द द द व द द द द द द द
मंग्लार्थियों द्वारा ही इस इसर्स में ोचकत, एवं लत लत लत लत श श ज ज ज
~ तीर्थधाम मंगलायतन "
Opgedateer op
22 Nov. 2023