“सुन्दरकाण्ड” – श्री राम चरित मानस कानस काड काड हाड हाड हाम चरित ्दरकाण्ड (Sundar Kand) को सबसे पहले रामायण में श्री वाल्मीकि जी ने संस्कृत में लिखा था. बाद में तुलसी दी नी ने न्री राम चरित मानस रिखी, तो तो कांड का अवधी भाषा वधाला रूप हम सब के सामने आया जो की सबसे प्रचलित है |
्दरकाण्ड में हनुमान जी का सीता माता को लिए के लंका यात्रा का सम्पूर्ण मनम्पूर्ण मनम्पूर्ण मनम्पूर्ण मनम्पूर्ण मनम्पूर्ण मनम्पूरा गया है.
“सुन्दरकाण्ड” (Sundar Kand) में हनुमान जी का यशा यशोहनाहाहहहनुमान जहाँ सम्पूर्ण रामायण में श्री राम के सूंदर स्वरुप, उनके जीवन काल, स्वभाव, आदर्शों का गुण गान किया गया है वहीँ सुन्दरकांड एक ऐसा भाग है जो सिर्फ हनुमान जी की वीरता का बखान करता है. सुन्दर कांड हनुमान जी पर केंद्रिद्रित सुमान जी पर ा माना जाता है के सुन्दरकाण्ड पाठ से सभी मनोकामनाएं पूर्ण हैं हैं.
Data d'actualització:
4 d’ag. 2022
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