बांग्लादेश में कार्यरत शरीयत आधारित बैंकिंग उद्योग की सर्वोच्च संस्था इस्लामिक बैंक्स कंसल्टेटिव फोरम (आईबीसीएफ) ने सभी इस्लामिक बैंकों और इस्लामिक बैंकिंग शाखाओं वाले बैंकों के बीच एक ही लक्ष्य की ओर प्रभावी संपर्क स्थापित करने के लिए 11 अक्टूबर 1995 को अपना ऑपरेशन शुरू किया। सभी मुद्दों पर एकजुट होना, इस्लामिक मनी मार्केट की स्थापना करना और बांग्लादेश में ब्याज मुक्त इस्लामिक और शरिया आधारित बैंकिंग प्रणाली को मजबूत करना।
अब, इस्लामिक बैंकिंग प्रणाली ने बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर लोकप्रियता हासिल कर ली है। परिणामस्वरूप, इस्लामिक बैंकिंग का क्षेत्र दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। इसके अलावा पारंपरिक बैंक और इस्लामिक बैंक एकजुट होकर काम कर रहे हैं। शुरुआत से ही आईबीसीएफ आगे बढ़ रहा है। 21 वर्षों के सफल समापन के बाद, IBCF के सदस्य 14 (चौदह) हो गये। ये 14 बैंक बांग्लादेश में ब्याज मुक्त बैंकिंग प्रणाली स्थापित करने के लिए समान लक्ष्य और उद्देश्यों के साथ काम कर रहे हैं।
पिछली बार अपडेट होने की तारीख
1 अग॰ 2023