बिस्मिल्लाहिर रहमानिर रहीम
अस्सलामु अलैकुम, प्यारे भाइयों, बहनों और दोस्तों। "मुक्तबासिनी (पहली और दूसरी मात्रा एक साथ)" अबू बक्र सिराज द्वारा लिखित पुस्तक के रूप में प्रसिद्ध है। महिला जाति आज एक गुमराह विधर्मी है, उनकी गरिमा धूल में लुट गई। आज वे पंखहीन पक्षियों की तरह हैं, जिनकी गरिमा छीन ली गई है और सड़कों, बाजारों और बाजारों में बेसहारा छोड़ दिया गया है। वे सादगी को अपनी पूंजी बनाकर व्यक्तिगत रूप से उनका उपयोग कर रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय मंडल उनके धार्मिक मूल्यों को नष्ट कर रहे हैं, चतुर 'व्यापारी' उन्हें सस्ते उत्पाद बनाकर मुनाफा कमा रहे हैं। कुछ भी नहीं पाने का यह वर्ग अधिक भयानक है। इन प्रच्छन्न दुश्मनों की बुराइयों के खिलाफ महिला राष्ट्र को चेतावनी देने के प्रयास में 'मुक्ताबासिनी' पुस्तक लिखी गई। यह समकालीन नारकीय, दुखद और दुखद घटनाओं का एक सच्चा विश्लेषण प्रस्तुत करता है जिसने लोगों के विवेक को हिला दिया है। इस पुस्तक के सभी पृष्ठ इस ऐप में दिए गए हैं। मैंने पूरी किताब उन मुस्लिम भाइयों के लिए मुफ्त में प्रकाशित की जो इसे वहन नहीं कर सकते थे।
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पिछली बार अपडेट होने की तारीख
6 सित॰ 2023