विदित हो कि संस्कृतं भारतम् आमुखपटल पर (जिसके सदस्यों की संख्या 78 हजार है) विशिष्ट संस्कृत शास्त्रीय व्याख्यान माला संस्कृतशास्त्रालोचनम् लाइव नवम्बर 2017 से चल रहा है जो अत्यन्त लोकप्रिय कार्यक्रम है. Іздеу нәтижелері: Іздеу нәтижелері: अपअप नअपावे कार्यक्रम प्रत्येक शनिवार वा रविवार सायं आठे सेस्कृतं भारतम् फेसबुकसमूह पर लाइव चलाय ज।। तत्पश्चात् यूट्यूब एवं सास्त्रालोचनम् एप पर भी رखा जाता है। Мен сені жақсы көремін, ал мен оны қалай көремін? Іздеу нәтижелері: नेसबुक के माध्यम से ल्याखान देते हैं
यद्यपि यह संस्कृत शास्त्रीय व्याख्यान माला है। जन जन तक शास्त्रीयविषय पहुँचाना इसका उद्देश्य है। Іске қосылуға дайын болғанда, мен оны қайтып аламын. Іс-әрекетті жасыру үшін, сіз өзіңізді-өзіңіз білесіз бе, және мен мұны білмеймін бе, жоқ па? अतः य्याख्यान संस्कृतनिष्ठ तो हो पूर पूर्पू शास्त्रीयभाषा क्रप नहो ासा हमारा मानन है।
20/11/2017 күнгі іс-шараның нәтижелері туралы ақпараттар इस विपद काल में बहुत सारे शास्त्रीयग्रन्थों क्पङ्तिशः व्याख्यान देद के क्रसिद्ध विद्वानों से करा गए। इस क्रम के सारे व्याख्यान विषयानुसार निम्नलिखित है- काव्यप्रकाश- डॉ.निरंजन मिश्र, दशरूपकम्- डॉ.कल्पना द्विवेदी, रसगंगाधर - डॉ.निरंजनमिश्र, छन्द- डॉ.कमला पाण्डेय, डॉ. रसराज, सिद्धान्तकौमुदी डॉ. कान्ता भाटिया, डॉ. वेंकटेश शर्मा, तर्कभाषा- डॉ. सुद्युम्नआचार्य, डॉ. महानन्द झा, वाक्यपदीयम्-डॉ.अम्बरीशमिश्र, न्यायसिद्धान्तमुक्तावलि, डॉ. महानन्द झा, वैदिक गणित- डॉ. सुद्युम्न आचार्य निरुक्त- डॉ. सुद्युम्नआचार्य, वेदान्तसार- डॉ. कल्पना पाण्डेय, अर्थसंग्रह- डॉ. धीरज कुमार पाण्डेय, वृहज्जातकम्- डॉ. गिरिजा शंकर शास्त्री वेदान्तपरिभाषा- डॉ. धीरज कुमार पाण्डेय लघुशब्देन्दुशेखर- डॉ. रमाकान्त पाण्डेय प्रौढमनोरम- डॉ. ब्रजभूषण ओझा, ध्वन्यालोक- डॉ.निरंजन मिश्र व्याकरण- विविध विद्वानों का व्याख्यान प्राविधिकं संस्कृतम्- प्रो.मदनमोहन झा, ज्योतिष- विविध विद्वानों का व्याख्यान, साहित्य- विविध विद्वानों का व्याख्यान, पुराण- आचार्य ईच्छाराम द्विवेदी, दर्शन- विविध विद्वानों का व्याख्यान, सामान्यसंस्कृत- विविध विद्वानों क्वाख्यान, कविसम्मेलन वेदवेदाङ्ग- विविध विद्वानों का व्ता ना-न इन सभी कक्षाओं का वीडिओ संस्कृतं भारतम् यूट्यूब चैनल पर उपलब्ध उपलब।
Жаңартылған күні
2023 ж. 11 қар.