जय शरी राधा मान बिहारी लाल
राध किशोरी दया करो शाम लाडली दया करो |
1. हम स दीन न कोई जग म, बान दया की तनक ढरो |
राध किशोरी दया करो शाम लाडली दया करो |
2.सदा ढरी दीनन प शयामा, यह विशवास जो मनहि खरो |
राध किशोरी दया करो शाम लाडली दया करो |
3.विषम विषय विष जवाल माल म, विविध ताप तापनि ज जरो |
राध किशोरी दया करो शाम लाडली दया करो |
4.दीनन हित अवतरीजगत म, दीनपालिनी हिय विचरो |
राध किशोरी दया करो शाम लाडली दया करो |
5.दास तमहारो आस और (विषय) की, हरो विमख गति को झगरो |
राध किशोरी दया करो शाम लाडली दया करो |
6.कबह तो बरसाओगी करणा, कबह तो दखोगी इतक
कबह तो डरोगी चरनन कबह तो विचरोगी मो मन
इसी भाव त दवार पढो, मान म इचा लिए खाडो
राध किशोरी दया करो शाम लाडली दया करो ||
सतो की पयारी दया करो भकतो की पयारी दया करो
दीनो की पयारी दया करो माधव की पयारी दया करो
वषभान दलारी की पयारी दया करो बाबा की पयारी दया करो
हम सब की पयारी दया करो मरी भी पयारी दया करो
राध किशोरी दया करो शाम लाडली दया करो |
परम पजय शरी बाबा महाराज की जय ||