जय जिनदर,
यह एपलिकशन वीतराग शासन जयवत हो, विनमर दशना जिननदर सतति को ऑनलाइन उपलबध करान का एक परयास ह, ताकि लोग सवततर रप स विनमर दशना वाणी स पररित होकर पढ सक और सीख सक.
परमख विशषताऐ:-
1. कलयाण मदिर सतोतर ससकत
2. भकतमार सचितर:
3. 2688 बीजाकषर मतर यकत भकतमार धिर
4. बद बद म सागर
5. जन बाल गटका
6. कलयाण मदिर सतोतर अरथ
7. कलयाण मदिर सवयभसतोतर
8. करम विजञान
9. पजन अरचना
10. शातिनाथ पजन विधान
11. सामायिक पाठ
12. जन चाइलड अधययन
13. मनि परकति पजा
14. रतनतरय विधान
15. दीपावली पजन
16. कलयाण-मदिर-सतोतर
17. चबल क चदन
18. नतिक विजञान
19. सचची बात
20. अपना भविषय जान
21. गजब की लाइन
22. जमान का सच
23. दसतक दत लाइन
24. असरदार लाइन
25. जब मिल जाए र
26. जिनदगी कया ह ?
27. हकीकत का पगाम
28. सच कया ? ह
29. गा लो गर गणगान
30. अनभतियो क भवर
31. भजन
32. भकति
33. परवचन
यह एपलिकश परम जन गरथ, भकतामर सतोतर, जन चाइलड अधययन, भजन, भजन, भकति, पवितर पसतक, उनक रचयिता आचारयशरी विनमर सागरी महाराज ससघ |
** जिननदर दव की वाणी, जिस परवाचारयो न पराकत ससकत भाषा म निबदध किया था, उसी का आचारयशरी विनमर सागरजी जी दवारा हिदी भाषा म अनदित पदयानवाद ऑनलाइन.
** आचारयशरी विनमर सागरजी महारयशरी विनमर सागरजी महाराजइराथइतथसचतथसऍ
Од стране-
МанендраЈаин с/о Омпракасх Јаин
Дхолпур Рајастхан