दोहा अपभ्रंश का जातीय छन्द कहलाता ह॥ हिन भ के स नि से भी से से दोह छन प ह है। इतन प इतिह होने के ब आज दोह उतनी ही म क के स लिख ज ह है।।।।।।।।।।।।। है है है म म म म म म म म म म म म म ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही ही. इस विध ने ह क में अपने आप को प औ िस के अनु ढ औ अपनी जीवन को बच ख।। जीवन बच बच ख।।। बच बच बच ख ढ ढ जीवन को को को को के के के के के के के के के के के के के के के के के के के के के के के के. व में अपने समक स के क दोह औ अधिक सशक होत दिख पड़त है।। हमने यह दोह विध लेखन क हे समक चन को हिन के के के लिए ऑनल म में मंच प क क प किय।। ल क प प प प प प प म म म म म म म को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को को. यह एप के व दोह क क कोश बनक उभ, यह हम प हेग।। समय-समय पर इसमें नए दोहाकार शामिल किये जाते रहेंगे तथा हर संभव प्रयास किया जाएगा कि यह एप्लिकेशन पाठकों के लिए उपयोगी सिद्ध हो। इससे जुड़क, इसे पढ़क आपक अनुभव कैस ह, हमें ज़ बत।।
इस एप की मुख्य विशेषताएँ-
* निरन्तर नए रचनाकारों का समावेश।
* ऑफल सपो: बिन इन के भी चन क लुत लें।।।।।।।।।।।।। लें लें लें इन बिन बिन बिन बिन बिन बिन बिन बिन बिन बिन बिन बिन.
* बहुत हल्का और सुरक्षित एप।
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kpanmol.rke15@gmail.com प मेल से अथव 8006623499 प व/कॉल से क किय ज सकत है। इसमें सम चन से किसी किसी क शुल नहीं लिय ज।।
प्रवीण कुमार, एप डेवलपर
गाँव पावटी, जिला पानीपत (हरियाणा)