शनिदेव द्वार marca स्वयं बताए गए उपायों को करके मनुष्य शनि की पीड़ा से मुक्त हो सकता है।।।।।।।। जो लोग संस्कृत में स्तोत्र पाठ करने में असमर्थ हैं, वे में में स्तोत्र पाठ कर सकते हैं।।।।।।।।।।।।। एकाग्रता से, श्रद्धा से व पवित्रता से की गई हिंदी में स्तुति का भी वही फल प्रagaप demás होता है संस संस्कृत में पाठ करने से होत है।।।। है है। है है है।। है है है।।