सबसे पहले एक विशेष सुचना...
हरियाणा सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए दुर्गा शक्ति ऐप बनाई है। पी.सी.आर की तर्ज पर काम करते हुए, विशेष सुरक्षा दल हर समय, महिलाओं के लिए तैयार बैठा है। आप सब से गुज़ारिश है कि सभी महिलाओं को इसकी जानकारी दे और इसे इस्तेमाल करना सीखें। हम दुआ करते हैं कि आप कभी मुसीबत में न फंसे। यदि फंसे तो दुर्गा शक्ति आपकी सुरक्षा के लिए तैयार है।
अब बात उपन्यास की...
यदि आप अपनी ज़िंदगी में झाँक का देखें तो पाएँगे कि आपके जीवन की ज्यादातर स्पेशल घटनाएँ, संयोगवश घटतीहैं।जैसे मिलने किसी और को गये थे, मिल किसी और सेआए।नया मिलने वाला व्यक्ति, उस व्यक्ति से काफी बेहतर होता है, जिसे आप मिलना चाह रहे थे।जैसे जाने-अनजाने में हम किसी की मदद कर देते हैं और वो मदद घूम-फिर कर हमारे पास लौट आती है।जैसे किसी का दर्द बाँटने गये थे और अपने दर्द की दवा ले आए।जैसे किसी की मदद को गये थे और खुद फंस गए आदि ।
इसी तरह के संयोग से होने वाले घटनाक्रम, हमारे जीवन को नई दिशा दे जाते हैं। ये नई दिशा हमें बेस्ट की तरफ ले जाती है या वर्स्ट की तरफ, यह काफी बाद में ही पता चलता है।
साथी के किरदारों के साथ भी यही कुछ चल रहा है। राजवीर, ख़ुशी, मीरा, मोहित, बादशाह, मोनू और रानी अपने हिसाब से जीवन जीना चाह रहें हैं, मगर हालात चीज़ें बदल देते हैं। लव के परफ्यूम में डूबी ये कहानी, एक बार फिर से समाज से कुछ संगीन सवाल भी करती है और जवाब भी दे जाती है। यह आपको अपनी कहानी लग सकती है, इसलिए अपना विवेक बनाए रखें।
(ज़ुरूरी नोट: कृपया लेडी कोंस्टेबल रजनी की बात पर विशेष गौर करें।)