संत शिरोमणि गुरु नानक सिख धर्म के प्रवर्तक और सिख धर्मावलंबियों के प्रथम गुरु हैं। नानक को ईश्वर का अवतार माना जाता है। बचपन से ही उनके मुक्त विचारों से उनकी महानता का परिचय मिलता है। पिता ने सौदा करने के लिए पैसे दिए तो उन्होंने भूखों को भोजन कराकर 'सच्चा सौदा' किया। नौकरी की तो वहाँ जी खोलकर अन्न-धन दान किया और खजाना भरा-का-भरा रहा। देश-विदेश में घूमकर गुरु नानक ने सच्चे धर्म और विचारों का प्रचार किया। बाबर को सद्बुद्धि दी तो उसने सभी कैदियों को आजाद कर दिया। मक्का में जहाँ उनके चरण घूमे; वहीं मदीना भी घूम गया। उन्होंने अपने आचरण से दरशाया कि सच्चे और सरल भक्त को ईश्वर सहज ही हर जगह मिल सकता है। अपने अंतिम कुछ समय गृहस्थ धर्म का निर्वहण करके उन्होंने अपने अनुयायियों को सद्गृहस्थ होने की सीख दी। मानवता; साहस; बलिदान और त्याग जैसे सद्गुणों का विकास करनेवाले संत शिरोमणि गुरु नानक के प्रेरणाप्रद जीवन की गौरवगाथा है यह पुस्तक।
Fiction & literature
ការដាក់ផ្កាយ និងមតិវាយតម្លៃ
4.8
ការវាយតម្លៃ 4
5
4
3
2
1
វាយតម្លៃសៀវភៅជាសំឡេងនេះ
ប្រាប់យើងអំពីការយល់ឃើញរបស់អ្នក។
ព័ត៌មានអំពីការស្ដាប់
ទូរសព្ទឆ្លាតវៃ និងថេប្លេត
ដំឡើងកម្មវិធី Google Play Books សម្រាប់ Android និង iPad/iPhone ។ វាធ្វើសមកាលកម្មដោយស្វ័យប្រវត្តិជាមួយគណនីរបស់អ្នក និងអនុញ្ញាតឱ្យអ្នកអានពេលមានអ៊ីនធឺណិត ឬគ្មានអ៊ីនធឺណិតនៅគ្រប់ទីកន្លែង។
កុំព្យូទ័រយួរដៃ និងកុំព្យូទ័រ
អ្នកអាចអានសៀវភៅដែលបានទិញនៅពេលកម្សាន្ត Google ដោយប្រើកម្មវិធីរុករកបណ្ដាញកុំព្យូទ័ររបស់អ្នក។