Vichar Niyam (Hindi edition): Power of Happy Thoughts

· WOW Publishings Private Limited · Ravinderr Singh က ဇာတ်ကြောင်းပြောပြထားသည်
၄.၃
သုံးသပ်ချက် ၁၈၁
အော်ဒီယိုစာအုပ်
6 နာရီ 48 မိနစ်
မူရင်းအတိုင်း
40 မိနစ် စာ အခမဲ့နမူနာ ရယူလိုသလား။ အော့ဖ်လိုင်းဖြစ်​နေသော်လည်း အချိန်မရွေး နားထောင်နိုင်သည်။ 
ထည့်ရန်

ဤအော်ဒီယိုစာအုပ်အကြောင်း

इंसान का मन विचार निर्माण करने की फैक्टरी है जिससे बिना रुके विचार प्रकट हो रहे रहे हैं। अनचाहे, जमा हो चुके विचारों की वजह से तनाव और दुःख का निर्माण होता है। क्या इन विचारों को नियंत्रित किया जा सकता है... कोई दिशा दी जा सकती है... या इन्हें रोका जा सकता है... क्या इन विचारों का निर्माण लाभ देनेवाले, सकारात्मक रूप से हो सकता है। इस पुस्तक में सरश्रीजी विचारों के नियमों को समझाते हैं। विचारों को कैसे नियंत्रित किया जाए तथा दिशाहीन विचारों को कैसे उपयुक्त दिशा देकर उनसे कार्य करवाया जाए।

विचार नियम क्या है?

क्या यह संभाव है विचार नियम के इस्तेमाल से इंसान के द्वारा कुछ भी प्राप्त किया जा सकता है?

क्या यह संभव है कि दो परस्पर विरोधी विचारों के परिणाम वास्तविक जीवन में देखने को मिलते हैं?

हमारे जीवन को विचार नियम कब, क्यों और कैसे प्रभावित करते हैं?

मन को पुराने नकारात्मक विचारों से मुक्ति कैसे मिले?

यह कैसे पता चले कि कोई घटना दिव्य योजना के अनुसार हो रही है या नहीं?

हमारे अवचेतन मन की प्रोगामिंग कब और कैसे होती है तथा क्या उस प्रोग्रामिंग को बदला जा सकता है?

विचारों के ध्यान के लिए कौनसी मूल बातें हैं?


အဆင့်သတ်မှတ်ခြင်း၊ သုံးသပ်ခြင်း

၄.၃
သုံးသပ်ချက် ၁၈၁

စာရေးသူအကြောင်း

सरश्री की आध्यात्मिक खोज का सफर उनके बचपन से प्रारंभ हो गया था। इस खोज के दौरान उन्होंने अनेक प्रकार की पुस्तकों का अध्ययन किया। इसके साथ ही अपने आध्यात्मिक अनुसंधान के दौरान अनेक ध्यान पद्धतियों का अभ्यास किया। उनकी इसी खोज ने उन्हें कई वैचारिक और शैक्षणिक संस्थानों की ओर बढ़ाया। इसके बावजूद भी वे अंतिम सत्य से दूर रहे।


उन्होंने अपने तत्कालीन अध्यापन कार्य को भी विराम लगाया ताकि वे अपना अधिक से अधिक समय सत्य की खोज में लगा सकें। जीवन का रहस्य समझने के लिए उन्होंने एक लंबी अवधि तक मनन करते हुए अपनी खोज जारी रखी। जिसके अंत में उन्हें आत्मबोध प्राप्त हुआ। आत्मसाक्षात्कार के बाद उन्होंने जाना कि अध्यात्म का हर मार्ग जिस कड़ी से जुड़ा है वह है - समझ (अंडरस्टैण्डिंग)।


सरश्री कहते हैं कि ‘सत्य के सभी मार्गों की शुरुआत अलग-अलग प्रकार से होती है लेकिन सभी के अंत में एक ही समझ प्राप्त होती है। ‘समझ’ ही सब कुछ है और यह ‘समझ’ अपने आपमें पूर्ण है। आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्ति के लिए इस ‘समझ’ का श्रवण ही पर्याप्त है।’


सरश्री ने ढाई हज़ार से अधिक प्रवचन दिए हैं और सौ से अधिक पुस्तकों की रचना की हैं। ये पुस्तकें दस से अधिक भाषाओं में अनुवादित की जा चुकी हैं और प्रमुख प्रकाशकों द्वारा प्रकाशित की गई हैं, जैसे पेंगुइन बुक्स, हे हाऊस पब्लिशर्स, जैको बुक्स, हिंद पॉकेट बुक्स, मंजुल पब्लिशिंग हाऊस, प्रभात प्रकाशन, राजपाल अॅण्ड सन्स इत्यादि।

ဤအော်ဒီယိုစာအုပ်ကို အဆင့်သတ်မှတ်ပါ

သင့်အမြင်ကို ပြောပြပါ။

နားထောင်ခြင်းဆိုင်ရာ အချက်အလက်များ

စမတ်ဖုန်းများနှင့် တက်ဘလက်များ
Android နှင့် iPad/iPhone တို့အတွက် Google Play Books အက်ပ် ကို ထည့်သွင်းပါ။ ၎င်းသည် သင့်အကောင့်နှင့် အလိုအလျောက် စင့်ခ်လုပ်ပေးပြီး နေရာမရွေး အွန်လိုင်းတွင်ဖြစ်စေ သို့မဟုတ် အော့ဖ်လိုင်းတွင်ဖြစ်စေ ဖတ်ရှုခွင့်ရရှိစေပါသည်။
လက်တော့ပ်များနှင့် ကွန်ပျူတာများ
Google Play ပေါ်ရှိ သင်ဝယ်ထားသောစာအုပ်များကို သင့်ကွန်ပျူတာ ဝဘ်ဘရောင်ဇာကို အသုံးပြု၍ ဖတ်နိုင်သည်။

ဤသည်ကိုလည်း နားဆင်သူများကြိုက်ကြသည်

Sirshree မှနောက်ထပ်

အလားတူ အသံသွင်းစာအုပ်များ