असंभव क्रांति (Hindi Rligious): Asambhav Kranti (Hindi Rligious)

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प्रस्तुत पुस्तक ओशो के माथेरान आश्रम में 1967 में हुए साधना शिविर में चार दिनों में दिये गये प्रवचनों का अनुपम संग्रह है। इन प्रवचनों में जीवन के विभिन्न रूपों और स्थितियों पर ओशो ने प्रकाश डाला है।

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เกี่ยวกับผู้แต่ง

 ओशो रजनीश (ओशो कम्यून के संस्थापक)

जीवनपरिचय
जन्म - 11 दिसम्बर 1931
कुचवाड़ा ग्राम, मध्यप्रदेश, भारत।
कहा जाता है 21 वर्ष की आयु में सम्बोधि प्राप्त की।
पूरा नाम - चन्द्रमोहन रजनीश जैन।
अध्ययन – जबलपुर, सागर
अध्य़ापन – महाकोशल महाविद्यालय, जबलपुर, दर्शन शास्त्र के प्राध्यापक ( नौ वर्ष)
योग विधी - नवसंन्यासी दीक्षा के माध्यम से आरम्भ किया
- 1970, डायनमिक योग।
निर्वाण - 19 जन. 1990,

स्थापित संस्थायें
श्री रजनीश आश्रम, पूना। 1974। (ओशो कम्यून), ओरेगन (यू.एस.ए.)


योग पर उनके मन्तव्यों का संकलन दो संकलित ग्रन्थों के रूप में मिलता है – पतंजलि योग सूत्र पर उनके प्रवचन, एवं योग नये आयाम।

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