मेरी कहानियाँ-मोहन राकेश (Hindi Sahitya): Meri Kahaniyan-Mohan Rakesh (Hindi Stories)

· Bhartiya Sahitya Inc.
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हिन्दी कहानी को कथा और शैली दोनों ही दृष्टियों से नई दिशा देनेवाले लेखकों में मोहन राकेश का अग्रणी स्थान है। उन्होंने कम ही लिखा परन्तु उनकी अनेक कहानियाँ साहित्य की अमर निधि बन गईं। प्रस्तुत संकलन में उनकी अपने ही द्वारा चुनी हुई कहानियाँ हैं। नये दौर की मेरी अधिकांश कहानियां सम्बन्धों की यंत्रणा को अपने अकेलेपन मेंझेलते लोगों की कहानियां हैं जिनमें हर इकाई के माध्यम से उसके परिवेश को अंकित करने का प्रयत्न है यह अकेलापन समाज से कटकर व्यक्ति का अकेलापन नहीं समाज के बीच होने का अकेलापन है और उसकी परिणति भी किसी तरह के सिनिसिज़्म में नहीं, झेलने की निष्ठा में है व्यक्ति और समाज को परस्पर-विरोधी एक दूसरे से भिन्न और आपस में कटी हुई इकाइयां न मानकर यहां उन्हें एक ऐसी अभिन्नता में देखने का प्रयत्न है जहां व्यक्ति समाज की विडम्बनाओं का और समाज व्यक्ति की यन्त्रणाओं का आईना है

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À propos de l'auteur

मोहन राकेश

जन्म :- 8 जनवरी, 1925 अमृतसर (पंजाब)।

निधन :- 3 दिसंबर, 1972 को नई दिल्ली में।

शिक्षा :- पंजाब विश्वविद्यालय से हिंदी और अंग्रेजी में एम.ए.।

हिंदी के बहुमुखी प्रतिभा-संपन्न नाट्यलेखक और उपन्यासकार। 

जीवकोपार्जन के लिए विभिन्न स्कूल कॉलेजों में हिंदी-अध्यापन। उल्लेखनीय हैं—एलफिंस्टन कॉलेज, बंबई; डी.ए.वी. कॉलेज, जालंधर (हिंदी विभागाध्यक्ष); शिमला बिशप काटेन स्कूल, शिमला तथा दिल्ली विश्वविद्यालय में सायंकालीन कक्षाएँ। कुछ वर्षों तक ‘सारिका’ के संपादक। नाट्यकार के नाते संगीत नाटक अकादमी से पुरस्कृत-सम्मानित। महत्त्वपूर्ण और बहुचर्चित हिंदी उपन्यास ‘अँधेरे बंद कमरे’ का अंग्रेजी और रूषी भाषा में अनुवाद।

कृतियाँ :-

उपन्यास :- अँधेरे बंद कमरे, अंतराल, न आनेवाला कल।

नाटक :- अषाढ़ का एक दिन, लहरों के राजहंस, आधे-अधूरे, पैर तले की ज़मीन, रात बीतने तक तथा अन्य ध्वनि नाटक; शाकुंतल, मृच्छकटिक (अनूदित नाटक)।

एकांकी :- अंडे के छिलके, अन्य एकांकी तथा बीज नाटक।

कहानी संग्रह :- क्वार्टर, पहचान, वारिस, एक घटना, दस प्रतिनिधि कहानियाँ, मेरी प्रिय कहानियाँ, बिना हाड़-मांस के आदमी (बालोपयोगी कहानी-संग्रह)।

निबंध :- बक़लम खुद, परिवेश।

यात्रावृत्त :- आखिरी चट्टान तक

अन्य :- एकत्र (अप्रकाशित, असंकलित रचनाएँ); पुनश्च (अश्क दम्पति के साथ पत्र-व्यवहार); नाट्य-विमर्श (नाट्य-चिंतन); साहित्य और संस्कृति (चिंतन)। रात की बाँहों में (कहानी संकलन)।

विशेष :- मोहन राकेश के सम्पूर्ण नाटक, मोहन राकेश की सम्पूर्ण कहानियाँ।
 

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