स्वामी विवेकानन्द की मातृभक्ति / Swami Vivekananda Ki Matribhakti
Swami Tathagatananda
मे २०१८ · Ramakrishna Math, Nagpur
५.०star
एक परीक्षण
ई-पुस्तक
36
पेज
विनामूल्य नमुना
या ई-पुस्तकाविषयी
स्वामीजी ने अपने अनेक उत्कृष्ट गुणों के लिये अपनी माता श्रीमती भुवनेश्वरी देवी को ही श्रेय दिया है । इन युगनायक संन्यासी ने अपने समस्त सांसारिक बन्धन तोड़ डाले थे, परन्तु अपनी माता के नि:स्वार्थ स्नेहपाश को वे कभी तोड़ नहीं सके थे । स्वामीजी की प्रात:स्मरणीय माता कुछ ऐसे उदात्त गुणों की जीवन्त प्रतिमूर्ति थीं, जो चिर काल से भारतीय संस्कृति के आधार-स्तम्भ बने हुए हैं । उनका जन्म एक सुसम्पन्न उच्च कुल की इकलौती कन्या के रूप में हुआ और विवाह के उपरान्त कलकत्ता हाइकोर्ट के प्रसिद्ध वकील श्री विश्वनाथ दत्त की सहधर्मिणी होकर वे एक संयुक्त परिवार में आयीं । उन्होंने अपनी प्रत्येक सन्तान को सनातन नैतिक आदर्शों तथा उच्च शिक्षा के द्वारा प्रशिक्षित करके सच्चा मनुष्य बनाया । इसी क्रम में स्वामी विवेकानन्द के समान एक लोकोत्तर विभूति का निर्माण करके उन्हें विश्व-ब्रह्माण्ड की सेवा में समर्पित करना — उनका एक कालजयी अवदान है । सर्वसंग-परित्यागी भगवत्पाद श्री शंकराचार्य के समान ही हिन्दू धर्म तथा वैदिक तत्त्वज्ञान की युगानुरूप व्याख्या देकर सम्पूर्ण जगत् में प्रचारित करनेवाले स्वामी विवेकानन्द की मातृभक्ति हम सभी के लिये चिन्तनीय तथा अनुकरणीय है ।
रेटिंग आणि पुनरावलोकने
५.०
एक परीक्षण
5
4
3
2
1
या ई-पुस्तकला रेटिंग द्या
तुम्हाला काय वाटते ते आम्हाला सांगा.
वाचन माहिती
स्मार्टफोन आणि टॅबलेट
Android आणि iPad/iPhone साठी Google Play बुक अॅप इंस्टॉल करा. हे तुमच्या खात्याने आपोआप सिंक होते आणि तुम्ही जेथे कुठे असाल तेथून तुम्हाला ऑनलाइन किंवा ऑफलाइन वाचण्याची अनुमती देते.
लॅपटॉप आणि कॉंप्युटर
तुम्ही तुमच्या काँप्युटरचा वेब ब्राउझर वापरून Google Play वर खरेदी केलेली ऑडिओबुक ऐकू शकता.
ईवाचक आणि इतर डिव्हाइसेस
Kobo eReaders सारख्या ई-इंक डिव्हाइसवर वाचण्यासाठी, तुम्ही एखादी फाइल डाउनलोड करून ती तुमच्या डिव्हाइसवर ट्रान्सफर करणे आवश्यक आहे. सपोर्ट असलेल्या eReaders वर फाइल ट्रान्सफर करण्यासाठी, मदत केंद्र मधील तपशीलवार सूचना फॉलो करा.