यह पुस्तक लीडरशिप या नेतृत्वकौशल के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालने का एक प्रयास है, जिससे हम विकास और उपलब्धियों के साथ एक सफल जीवन जी सकें। इसमें एक अच्छे चरित्र-निर्माण के लिए संदेश है, जिससे आपके तमाम प्रयास जीवन को बेहतर बना सकें।
अपने जन्म से मृत्यु के समय तक हम एक प्रकार के निरंतर विकास की प्रक्रिया से गुजरते रहते हैं। वे लोग, जो अपने आपको अपने जीवनकाल में पूरी तरह या सर्वाधिक विकसित कर लेते हैं, नेता के रूप में उभरते हैं और दूसरे लोग उनका अनुसरण करने का प्रयास करते हैं।
हमारे जीवन का उद्देश्य क्या है और उसे किस प्रकार के साधनों से प्राप्त किया जाए, यही जीवन की प्रक्रिया है। इस प्रकार की प्रक्रिया में हम अपने उद्देश्य को पुन: परिभाषित कर सकते हैं, उसको बेहतर बना सकते हैं और उसे पाने के साधनों में भी बदलाव ला सकते हैं। इसमें महत्वपूर्ण यह है कि इस सारी प्रक्रिया को, क्रम को खुशी-खुशी करें और उससे आनंद महसूस करें तथा बेंच-मार्क को हमेशा तब तक बढ़ाते जाएँ, जब तक कि हम पूर्ण मानव के रूप में विकसित, सफल व संतुष्ट न हो जाएँ।