यह पुस्तक 2020 की समस्याओं, विवशताओं के चित्रण को प्रस्तुत करती है, किस तरह से 2020 प्रारंभ हुआ और अंत तक कितनी सारी घटनाओं से अवगत करा गया। इस वर्ष में लोगों ने दंगों का दंश भी झेला और सेवा के नए कीर्तिमान भी स्थापित किए। इसके अलावा मनुष्य कम से कम में किस तरह से जीवन यापन कर सकता है, अपने परिवार के साथ समय बिताना, छोटी-छोटी समस्याएं कितनी बड़ी हो सकती हैं, लॉकडाउन की कुछ विशेष घटनाएं और समस्याएं इस किताब में प्रस्तुत की गई है। इस पुस्तक को लिखने में सबसे ज्यादा सहयोग मेरे सहपाठी मित्र सुभाष का रहा है उनका धन्यवाद और आभार व्यक्त करती हूं।
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सन 2020 का प्रारंभ बडे ही उत्साह और उमंग के साथ होता है, नई पीढ़ी भविष्य को लेकर ढ़ेरों सपने बुनती है। लेकिन अचानक सभी के सपनों पर ब्रेक लग जाता है। इसका कारण चीन का कोरोना वायरस जिसने भारत मे भी दस्तक दे दी थी। इस दस्तक के साथ ही धीरे-धीरे भय का माहौल उत्पन्न हो जाता है।
यह पुस्तक 2020 की समस्याओं, विवशताओं के चित्रण को प्रस्तुत करती है, किस तरह से 2020 प्रारंभ हुआ और अंत तक कितनी सारी घटनाओं से अवगत करा गया। इस वर्ष में लोगों ने दंगों का दंश भी झेला और सेवा के नए कीर्तिमान भी स्थापित किए। इसके अलावा मनुष्य कम से कम में किस तरह से जीवन यापन कर सकता है, अपने परिवार के साथ समय बिताना, छोटी-छोटी समस्याएं कितनी बड़ी हो सकती हैं, लॉकडाउन की कुछ विशेष घटनाएं और समस्याएं इस किताब में प्रस्तुत की गई है। इस पुस्तक को लिखने में सबसे ज्यादा सहयोग मेरे सहपाठी मित्र सुभाष का रहा है उनका धन्यवाद और आभार व्यक्त करती हूं।