Aalasya se Mukti ke 7 Kadam: Utsahit Jeevan Sandesh

· WOW PUBLISHINGS PVT LTD
4.2
293 समीक्षाएं
ई-बुक
144
पेज

इस ई-बुक के बारे में जानकारी

शरीर के लिए तम (आलस्य) आवश्यक है मगर इसकी अधिकता इंसान की अभिव्यक्ति में बाधा बन जाती है।

आलस्य एक ऐसा विकार है, जो इंसान की बाकी सभी खूबियों पर भारी पड़ जाता है। इसके दुष्प्रभाव में आकर एक अच्छे से अच्छा कलाकार, रचनाकार, काबिल इंसान भी जीवनभर असफलता का मुँह देखता है।

इस पुस्तक के द्वारा आपको अपने ही भीतर छिपकर बैठे बड़े दुश्मन के बारे में चेताया जा रहा है। इसे पहचानें और अपने भीतर से खोज कर, इसे बाहर निकाल फेंकें। इस बड़े कार्य को करने के लिए यह पुस्तक 7 संकेतों, 7 कदमों, 7 दिशाओं और 13 उपायों द्वारा आपका हर तरह से मार्गदर्शन करेगी।

तो आइए, इस पुस्तक रूपी हथियार की मदद से आलस्य को दूर भगाएँ और इस कार्य में सुस्ती बिलकुल न करें।

रेटिंग और समीक्षाएं

4.2
293 समीक्षाएं
Naresh Patel
3 जनवरी 2018
इस पुस्तक की प्रशंसा के लिए मेरे पास शब्द नहीं है।वाह ! कितना बढ़िया पुस्तक है।मेरे तरफ से अनगिनत स्टार रेटिंग है।
44 लोगों को यह समीक्षा काम की लगी
क्या इस जानकारी से आपको मदद मिली?
Rohani Dhurve
12 सितंबर 2021
अच्छा किताब है।Thank you writer
6 लोगों को यह समीक्षा काम की लगी
क्या इस जानकारी से आपको मदद मिली?
Rama Sarswat
21 सितंबर 2023
Cc 7 N nm 3D DC ee 40cf
क्या इस जानकारी से आपको मदद मिली?

लेखक के बारे में

सरश्री की आध्यात्मिक खोज का सफर उनके बचपन से प्रारंभ हो गया था| इस खोज के दौरान उन्होंने अनेक प्रकार की पुस्तकों का अध्ययन किया| इसके साथ ही अपने आध्यात्मिक अनुसंधान के दौरान अनेक ध्यान पद्धतियों का अभ्यास किया| उनकी इसी खोज ने उन्हें कई वैचारिक और शैक्षणिक संस्थानों की ओर बढ़ाया| इसके बावजूद भी वे अंतिम सत्य से दूर रहे| उन्होंने अपने तत्कालीन अध्यापन कार्य को भी विराम लगाया ताकि वे अपना अधिक से अधिक समय सत्य की खोज में लगा सकें| जीवन का रहस्य समझने के लिए उन्होंने एक लंबी अवधि तक मनन करते हुए अपनी खोज जारी रखी| जिसके अंत में उन्हें आत्मबोध प्राप्त हुआ| आत्मसाक्षात्कार के बाद उन्होंने जाना कि अध्यात्म का हर मार्ग जिस कड़ी से जुड़ा है वह है - समझ (अण्डरस्टैण्डिंग)|

सरश्री कहते हैं कि ‘सत्य के सभी मार्गों की शुरुआत अलग-अलग प्रकार से होती है लेकिन सभी के अंत में एक ही समझ प्राप्त होती है| ‘समझ’ ही सब कुछ है और यह ‘समझ’ अपने आपमें पूर्ण है| आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्ति के लिए इस ‘समझ’ का श्रवण ही पर्याप्त है|’

सरश्री ने दो हजार से अधिक प्रवचन दिए हैं और सत्तर से अधिक पुस्तकों की रचना की है| ये पुस्तकें दस से अधिक भाषाओं में अनुवादित की जा चुकी हैं और प्रमुख प्रकाशकों द्वारा प्रकाशित की गई हैं, जैसे पेंगुइन बुक्स, हे हाऊस पब्लिशर्स, जैको बुक्स, हिंद पॉकेट बुक्स, मंजुल पब्लिशिंग हाऊस, प्रभात प्रकाशन, राजपाल ऍण्ड सन्स इत्यादि|

इस ई-बुक को रेटिंग दें

हमें अपनी राय बताएं.

पठन जानकारी

स्मार्टफ़ोन और टैबलेट
Android और iPad/iPhone के लिए Google Play किताबें ऐप्लिकेशन इंस्टॉल करें. यह आपके खाते के साथ अपने आप सिंक हो जाता है और आपको कहीं भी ऑनलाइन या ऑफ़लाइन पढ़ने की सुविधा देता है.
लैपटॉप और कंप्यूटर
आप अपने कंप्यूटर के वेब ब्राउज़र का उपयोग करके Google Play पर खरीदी गई ऑडियो किताबें सुन सकते हैं.
eReaders और अन्य डिवाइस
Kobo ई-रीडर जैसी ई-इंक डिवाइसों पर कुछ पढ़ने के लिए, आपको फ़ाइल डाउनलोड करके उसे अपने डिवाइस पर ट्रांसफ़र करना होगा. ई-रीडर पर काम करने वाली फ़ाइलों को ई-रीडर पर ट्रांसफ़र करने के लिए, सहायता केंद्र के निर्देशों का पालन करें.