Atulya Bharat Ki Khoj: Atulya Bharat Ki Khoj: Rediscovering India's Rich Heritage and Culture

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समृद्ध सांस्कृतिक विरासत; विविध पर्यटक आकर्षण; कई धार्मिक तीर्थ केंद्रों का घर तथा कई बड़ी पवित्र नदियों का समागम है भारत। वर्षों से इसकी संस्कृति अलग; अनोखी एवं अद्वितीय रही है। बहुधार्मिक; बहुभाषी तथा पारंपरिक भारतीय पारिवारिक मूल्यों से सम्मिलित इस देश को रचनाकार आदर से प्रणाम करते हैं। लेखक को भारत के 31 राज्यों को जानने और समझने का मौका मिला। भारत की गरिमामयी मिट्टी से प्राप्त अनुभवों को लेखक ने इस पुस्तक में सँजोया है। भारत की सांस्कृतिक विरासत की सुगंध से मन आज भी महक उठता है; परंतु मोक्ष एवं ज्ञान का प्रवेश-द्वार कहे जानेवाले भारत की विरासत के रहस्य को एक तरफ समस्त संसार देखने आता है तो दूसरी तरफ खुद भारतीय ही इसे भूलते जा रहे हैं। लेखक अपनी इस पुस्तक में भारत की अनूठी सांस्कृतिक उपलब्धियों तथा अपने अनुभवों का सुंदर वर्णन करते हुए अत्यंत गौरवान्वित हैं। अपनी इस भ्रमण यात्रा को इस पुस्तक में ‘अतुल्य भारत की खोज’ का नामकरण दिया गया है; जो स्वयं में इस उपमा को चरितार्थ करता है कि भारत जैसा अनुपम देश दुनिया में दूसरा नहीं है।
भाग्यशाली हूँ मैं जो इस पावन धरा पर मेरा जन्म हुआ; भारत माँ की गोद में खेलकर जीवन मेरा धन्य हुआ; काश! कभी चुका पाऊँ कर्ज इस धरा का; रात-दिन ध्यान रहता सी का।

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Acerca do autor

4 सितंबर, 1975 को दिल्ली में जनमे ऋषि राज भारत सरकार के परिवहन क्षेत्र से जुड़े सार्वजनिक उपक्रम में अवर सचिव के समकक्ष पद पर कार्यरत हैं। बचपन से ही इनका नाटकों और मंच से जुड़ाव हो गया। सन् 1986 में दूरदर्शन पर प्रसारित एक नाटक से छोटे परदे पर पदार्पण किया। सन् 1994 में भारतीय रेल की सेवा में नियुक्ति से भारतभ्रमण की शुरुआत हुई। रेलवे में भी नाटकों के मंचन से जुड़ाव जारी रहा। सन् 2012 में कैलाश मानसरोवर की यात्रा के अनुभवों पर पहली पुस्तक ‘कैलाश दर्शन—कुछ यादें, कुछ बातें’ से लेखन के क्षेत्र में कदम रखा। सन् 2013 में ‘Heights of Faith: Kailash’ शीर्षक से इसका अंग्रेजी में प्रकाशन हुआ। प्रवृत्ति से घुम्मकड़ ऋषि राज भारत के 36 में से 31 राज्य/केंद्रशासित प्रदेशों का भ्रमण तथा सिंगापुर, तिब्बत, नेपाल एवं चीन की यात्राएँ कर चुके हैं। यह पुस्तक आपको भारतवर्ष की बहुत सारी नईनई जगहों की सैर पर ले जाएगी और आपको उनसे परिचित कराएगी। संपर्क : rishirajpost@gmail.com | www.indianteerath.com

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