बेताल इस संग्रह में विक्रमादित्य को 25 कहानियां सुनाता है। प्रत्येक कहानी के अन्त में एक ऐसा प्रश्न खड़ा कर देता है जिसका जवाब देना एक राजा का धर्म होता है। जैसे ही विक्रम उस प्रश्न का जवाब देता है तो कहानी की शर्त के अनुसार बेताल विक्रम से रूठकर फिर से पेड़ पर लटक जाता है।
यह कहानी संग्रह विक्रम और बेताल के बीच का संवाद ही नहीं है बल्कि आधुनिक समाज में न्याय के प्रति साफ दृष्टिकोण रखने में पाठक को मदद भी करती है।