जैसा कि मैं मानता हूँ, सिनेमा की भाषा एक होती है, वह चाहे हिंदी में बने या भोजपुरी में—भावनाएँ तो एक ही होती हैं। —अमिताभ बच्चन बिहार बहुत ही सांस्कृतिक समृद्ध प्रदेश है, बावजूद इसके वहाँ के सिनेमा से कुछ खास निकलकर नहीं आ रहा है। भोजपुरी भाषी होने के नाते मैं भी चाहता हूँ कि भोजपुरी सिनेमा में काम करूँ, लेकिन अब तक वैसा कोई प्रस्ताव नहीं मिला, जिसमें काम करके बहुत धन न सही, पर आत्मसंतुष्टि मिले। —मनोज वाजपेयी.