उपन्मास की संवाद योजना बडी म बूत एवं रोचक है। संवाद रोचक, संक्षिप्त, प्रभावोत्पादक एवं पात्रों के अनुकूल हैं। पात्रों के कथोपकथन में ही उपन्मास के उद्देश्म गुंक्षफत हैं।
नाम- देव गोयल 'देव'
जन्म व शिक्षा- गाँव चमतान साहब, जून 1953, जिला संगरूर, पंजाब वर्तमान में, जिला जींद हरियाणा गाँव के सरकारी स्कूल से मैट्रिक, प्राइवेट तौर पर आनर्ज- हिंदी (पंजाब वि. वि. चंडीगढ़)
उच्च शिक्षा- एम. ए. हिंदी एवम् इंगलिश कुरुक्षेत्र वि. वि. कुरुक्षेत्र। बी. एड. महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी रोहतक, एम. एड. पंजाबी वि. वि. पटियाला।
शिक्षा सेवा- प्रवक्ता हिंदी, हरियाणा शिक्षा विभाग।
2005-2011, प्रिंसिपल HES-II हरियाणा शिक्षा विभाग, चंडीगढ़ ।
साहित्यिक गतिविधियाँ- अध्ययन अध्यापन के साथ संगीत शिक्षा व साहित्य रचना जारी क्षणिकाएं व लघुकथाए दैनिक हिंदी मिलाप व पंजाब केसरी में जगह पातीं रहीं। 'त्यागपत्र' 'शीर्षक से लघुकथा साप्ताहिक' 'देवभूमि' में प्रकाशित, हास्य चिंतन नई साहित्यिक विधा की खोज, दैनिक 'जगत क्रांति' में कई व्यंग्य प्रकाशित।
"हरियाणा बुलंद' समाचारपत्र में कई रचनाएँ प्रकाशित, भित्ति पत्रिका के संपादक के रूप में एक वर्ष कार्य किया 'पाखडी का डेरा' व स्वर्ग में 'खुला दरबार' एकाकी नाटक रचना काव्य रचना का भी शौक मासिक न्यूज़ पल के संपादक का कार्यभार जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, इकक्स जींद हरियाणा ।
रचनाएँ- वर्ष 1984 में हिंदी- सौरभ नामक प्रसंग पुस्तक का प्रकाशन ।
हिंदी व्याकरण 6-8 (अप्रकाशित )
उपन्यास- दीपा दीदी, जज साहब ।
सम्मान के पल- (पाँच हजार शब्द) निबंध प्रतियोगिता में राज्य भर में प्रथम स्थान पाने पर हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा पुरस्कृत, प्रमाण पत्र व नकद राशि ₹3100/- प्राप्त।
वर्ष- 2001. हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन के राज्य स्तर के पदाधिकारी ।
संपर्क: 1. 149/19. विवेकानंद नगर, जींद, जिला जींद, हरियाणा ।
2. 1101, B-1, The Address, I. B. S. Marg, Mumbai 400086.
विशेष- U.S.A. की चार बार याला ।