गिला, प्रेमचंद की एक ऐसी कहानी है जिसमें वे व्यक्तिगत और सामाजिक द्वंद्वों को उजागर करते हैं। यह कहानी व्यक्तिगत संघर्ष की गहराईयों को दर्शाती है।