वीनस द्वारा रिकार्ड कराए गए ये गीत संगीतबद्ध रूप में सम्प्रति Youtube पर उपलब्ध हैं.
अरविन्द पाण्डेय -
लेखक की अब तक चार पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं :
1. स्वप्न और यथार्थ - कविताओं, लेखों गीतों का संग्रह.
2. हम आपके हैं दोस्त - पुलिसिंग में नए प्रयोगों से सम्बंधित मार्गदर्शिका.
3. हम बिहार के बच्चे हैं - बिहार के बच्चों को समर्पित गीतों का संग्रह .
4. सशक्तीकरण - मानव-व्यापार निरोध, किशोर न्याय , अत्याचार निवारण, स्त्री अपराध निवारण हेतु विधिक हस्तक्षेप.
लेखक द्वारा गाए गए गीतों का संग्रह वीनस और टी सिरीज द्वारा प्रस्तुत किए गए हैं और '' बंधन टूटे ना '' तथा '' धरती कहे पुकार के '' दो भोजपुरी फिल्मों में इन्होने अभिनय भी किया है जिसमें इनके साथ श्री अजय देवगन और श्री मनोज तिवारी ने भी अभिनय किया है.
उत्तर प्रदेश के विन्ध्याचल नामक प्रसिद्ध महाशक्ति पीठ में जन्म लेकर, प्रारम्भिक शिक्षा वहीं लेने के बाद, इलाहाबाद विश्वविद्यालय से संस्कृत (दर्शन समूह ) में स्नातकोत्तर की उपाधि ली.
स्नातक में संस्कृत और दर्शन के साथ अंग्रेजी साहित्य का अध्ययन किया. इंटर के छात्र के रूप में मन में प्रबल इच्छा हुई थी कि स्वामी विवेकानंद की तरह संन्यासी बनें किन्तु, वासनाएं शेष थीं और ऐसा हो न सका.
1988 में भारतीय पुलिस सेवा ( Indian Police Service ) के लिए चयनित हुए . तब से भगवान बुद्ध के महान बिहार की सेवा में व्यस्त हैं.
लेखक का प्रयास है कि हिन्दी कविता-प्रेमी उस स्वर्ण-युग की स्मृतियों से आनंदित हों जब हिदी कविता, विश्व की समस्त भाषाओं और साहित्य की गंगोत्री अर्थात संस्कृत-कविता से अनुप्राणित और अनुसिंचित होती हुई , अपने स्वर्ण-शिखर पर विराजमान होकर रस - धारा प्रवाहित कर रही थी
अब तक साहित्यकार , साहित्य के स्वरुप की व्याख्या करते आए हैं मगर समस्या यह है कि साहित्य के वर्त्तमान स्वरुप को बदला कैसे जाय ..
हिंदी-साहित्य में छायावादी दृश्य-परिवर्तन के बाद पश्चिम के अपरिपक्व सामाजिक और साहित्यिक दर्शन का नक़ल करने वालों ने हिन्दी-साहित्य को एक निरुद्देश्य शाब्दिक धंधा बना कर रख दिया ..
अब आगे की ओर सकारात्मक-गति आवश्यक है क्योंकि कविता ही आज के युग की सर्वाधिक शक्तिमती मुक्ति-दात्री है.