Jagdish Chandra Basu: The Life and Legacy of Jagdish Chandra Basu by Dileep Kulkarni

· Prabhat Prakashan
4.3
3 ਸਮੀਖਿਆਵਾਂ
ਈ-ਕਿਤਾਬ
176
ਪੰਨੇ

ਇਸ ਈ-ਕਿਤਾਬ ਬਾਰੇ

30 नवंबर, 1858 को बंगाल में जनमे 23 नवंबर, 1937 डॉ. (सर) जगदीश च्रंद बसु भारत के प्रसिद्ध वैज्ञानिक थे जिन्हें भौतिकी, जीवविज्ञान, वनस्पतिविज्ञान तथा पुरातत्त्व का गहरा ज्ञान था। ये पहले वैज्ञानिक थे जिन्होंने रेडियो और सूक्ष्म तरंगों की प्रकशिकी पर कार्य किया। साथ ही ये भारत के पहले वैज्ञानिक शोधकर्ता थे। इन्हें रेडियो विज्ञान का पिता माना जाता है। ये विज्ञानकथाएँ भी लिखते थे और इन्हें बंगाली विज्ञानकथा-साहित्य का पिता भी माना जाता है।
इन्होंने बेतार के संकेत भेजने में असाधारण प्रगति की और सबसे पहले रेडियो संदेशों को पकड़ने के लिए अर्धचालकों का प्रयोग करना शुरू किया। लेकिन अपनी खोजों से व्यावसायिक लाभ उठाने की जगह इन्होंने इन्हें सार्वजनिक रुप से प्रकाशित कर दिया ताकि अन्य शोधकर्त्ता इनपर आगे काम कर सकें। इसके बाद इन्होंने वनस्पति जीवविद्या में अनेक खोजें की। इन्होंने एक यंत्र क्रेस्कोग्राफ का अविष्कार किया और इससे विभिन्न उत्तेजकों के प्रति पौधों की प्रतिक्रिया का अध्ययन किया। इस तरह से इन्होंने सिद्ध किया कि वनस्पतियों और पशुओं के ऊतकों में काफी समानता है। ये पेटेंट प्रक्रिया के बहुत विरुद्ध थे और मित्रों के कहने पर इन्होंने एक पेटेंट के लिए आवेदन किया।

Jagdish Chandra Basu by Dileep Kulkarni: This book is a biography of the renowned scientist Jagdish Chandra Basu. It provides an insight into his life, work and legacy, and highlights his pioneering research in physics, chemistry and mathematics.
Jagdish Chandra Basu by Dileep Kulkarni: In this book, the author Dileep Kulkarni presents a comprehensive study of the life and works of Jagdish Chandra Basu, the first Indian Prime Minister of India. The biography covers the life of Basu from his childhood in Bengal, through his political and social career, to his death in 1968. The topics covered in the book include his views on history, politics, economics, philosophy, education, social sciences, government, and law.


Jagdish Chandra Basu, Dileep Kulkarni, India, History, Politics, Economics, Philosophy, Education, Social Sciences, Government, Law

ਰੇਟਿੰਗਾਂ ਅਤੇ ਸਮੀਖਿਆਵਾਂ

4.3
3 ਸਮੀਖਿਆਵਾਂ

ਲੇਖਕ ਬਾਰੇ

दिलीप कुलकर्णी 1978 में इंजीनियर की डिग्री प्राप्‍त। 1978 से 1984 तक पुणे में बडे़ औद्योगिक संस्थान ‘टेल्को’ में अपनी सेवा दी। सेवानिवृत्त होकर 1984 से 1993 तक कन्याकुमारी के विवेकानंद केंद्र का कार्यभार, मराठी प्रकाशन विभाग का उत्तरदायित्व, ‘विवेक विचार’ पत्रिका का संपादन किया। 1993 से ‘पर्यावरण’ के साथ सच्ची तरह से जीने की लगन लिये कोंकण के देहात में सपरिवार सामाजिक विषयों पर व्याख्यान देने तथा मराठी-अंग्रेजी में सत्यतापूर्ण लेखन में संलग्न। प्रकाशन : ‘वैदिक गणित : भाग 1 से 4’, मराठी में पर्यावरण विषयक सात पुस्तकें प्रकाशित। जगदीशचंद्र बसु की जीवनी मूल मराठी में लिखी गई। अंग्रेजी में ‘Ahead to Nature’, ‘Green Messages’, ‘Saffron Thinking-Green Living’ का लेखन। विगत दस वर्षों से मासिक पत्रिका ‘गतिमान संतुलन’ का संपादन।
Jagdish Chandra Basu by Dileep Kulkarni: This book is a biography of the renowned scientist Jagdish Chandra Basu. It provides an insight into his life, work and legacy, and highlights his pioneering research in physics, chemistry and mathematics.

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