तरंगित भावनाओं की सरिता में काव्य पुष्प, जो कविता के विभिन्न आयामों को प्रकट करते हैं, जिनमें कहीं सामयिक यथार्थ का दर्शन परिलक्षित होता है, तो कहीं समाज में व्याप्त विसंगतियों के विरुद्ध आक्रोश एवं विद्रोह प्रदर्शित होता है, तो कहीं हृदयस्पर्शी संवेदनाओं के मर्म की अनुभूति होती है, तो कहीं सामाजिक व्यवस्था पर कटाक्ष एवं न्यायोचित संदेश प्रस्तुत किया गया है।
समग्र रूप से पुस्तक का कलेवर इसे पठनीय सामग्री बनाते हैं।