वेद ज्ञान का अनन्त भण्डार हैं। ये ईश्वरीय ज्ञान हैं। ये कोई ऐतिहासिक पुस्तकें नहीं हैं कि कोई घटना घटी और पुस्तकबद्ध हो गई। ईश्वर की अलौकिक वाणी जो ज्ञानरूप में वेदों में निहित है, उसे समझने के लिए वेद ही वे अलौकिक नेत्र हैं जिनकी सहायता से मनुष्य ईश्वर के अलौकिक ज्ञान को समझ सकता है। वेद ही वे ज्ञान ग्रंथ हैं जिनके समकक्ष विश्व का कोई भी ग्रंथ नहीं है।