लम्बोदर दास महंत पिता श्री घुरबिन दास महंत लेखक का प्रकृति की ओर विशेष रुझान रहा है क्योंकि लेखक का रहन बसन प्रकृति के अत्यधिक निकट हुआ है हरे भरे पेड़ पौधे और आस पास घने जंगल एवं पहाड़ों से घिरे प्राकृतिक वातावरण ग्राम के पास से सिमा बनाते है । लेखक का प्रकृति के प्रति विशेष लगाव रहा है प्रकृति स्वयं प्रेम का प्रतीक है इसलिए लेखक का प्रेम एवं दर्शन विषय पर विशेष रूचि है । शिक्षा - बी.सी.ए. स्नातक, बी.ए. दर्शन शास्त्र स्नातक। वर्तमान में शरीर रचना विभाग एम्स रायपुर (छ.ग.) में कार्यरत है ।