'मन के संदेश' काव्य-संग्रह मेरे अंतर्मन में उमड़ते जज़्बातों का हृदयस्पर्शी संकलन है। कहते हैं कि मन ठहरता नहीं। विचारों के अनंत आकाश में उड़ान भरता ही रहता है। मन एक दार्शनिक सम जीवन के विविध पहलुओं पर बहुत-कुछ कहता है। उम्मीद करती हूँ कि प्रेम, पीड़ा, उत्साह, उत्कंठा, आनंद, व्यंग्य, चिंतन की इन्द्रधनुषी चुनरिया ओढ़े़ ये कवितायें जनमानस को सुखद अनुभूति प्रदान करेंगी एवं पाठकों की अपेक्षाओं पर खरी उतरेंगी।