SUSHILECHA DEV

· MEHTA PUBLISHING HOUSE
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 ‘आधुनिक महाराष्ट्राच्या जीवनातला आणि इंग्रजी शिक्षणाबरोबर जी नवी स्री भारतात निर्माण होऊ लागली, तिच्या विकासातला एक महत्त्वाचा टप्पा या कादंबरीत फार चांगल्या रीतीने प्रतिबिंबित झाला आहे. या दृष्टीने ही कादंबरी एका विशिष्ट कालखंडाची प्रतिनिधी आहे. तो काळ म्हणजे एकोणिसाव्या शतकाची अगदी शेवटची वर्षे आणि विसाव्या शतकाची पहिली दोन तीन दशके हा होय. या कालखंडात मध्यम वर्गातल्या सुशिक्षितांच्या आचारविचारात आणि भावभावनात झपाट्याने जे बदल होत गेले त्यांचे चित्रण करायला वामनराव जोश्यांइतका अधिकारी लेखक क्वचितच मिळाला असता. 

लेखक के बारे में

‘Sushilecha Dev’ is a novel by V.M.Joshi  which is edited by V.S.Khandekar. English educations breaks the various barriers in Indian Education system. It has great role in the development  of Modern Indian Woman. This novel tells the story of this modern Indian Woman. It covers the wide picture of contemporary society . 

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