एक धनी यूनानी परिवार में जन्म होने पर भी, अलेसिया अपनी माँ के साथ सादगी की ज़िन्दगी गुज़ार रही थी क्योंकि उसके निर्दयी दादा ने उन्हें घर से निकल दिया था. फिर, १५ सालों में पहली बार, अलेसिया के दादा ने उसे अपने पास बुलवाया सिर्फ़ यह बताने के लिए कि उसके वर का चुनाव हो चुका है. उनकी ज़िद है कि वह शादी करे सेबेस्टियन फ़िओरुकिस से, जो दूसरे धनी परिवार का ज्येष्ठ पुत्र है. दोनों परिवारों की दो पीढ़ियों से ठनी हुई है, तो आखिर दादा कौन सा तिकड़म लगा रहे हैं? पर अगर वह यह प्रस्ताव स्वीकार ले, तो उसकी माँ की जान बच सकती है. अलेसिया न चाहते हुए भी मान जाती है, लेकिन उसे नहीं पता उसका नया मंगेतर उसके साथ कैसा बरताव करेगा...