ब्रह्माण्ड की ना थी पहचान ना दुनिया का ये मेला था,
तब खुद से खुद को अलग कर दुनिया मैने रचाई थी,
और तुझ में मेरा अक्स है दिखता ये राज की बात बताई थी।
I separated myself from myself so that I can Love myself.
इस जहाँ की शुरुआत की वजह ही जब प्यार रही है तो मैं ऐसा समझता हूं की हमें सिर्फ प्यार
का आंचल थामे रहने की ज़रूरत है और ऐसा कर के हम जिंदगी चैन से बसर कर सकेंगे –
ये जहाँ मोहब्बत की पैदाइश है इसमें मोहब्बत बांटने के लिए,
तुम हद से गुज़र जाओगे, इक वायदा कर लो।
मुझे ऐसा लगता है की इस प्यार को मोहब्बत को हर सम्त बिखेरने की ज़िम्मेदारी सबकी है –