प्रो. (डॉ.) पुष्पेंद्र कुमार आर्य देश के वरिष्ठ लेखक, पत्रकार, ज्योतिर्विद्, विचारक एवं शिक्षाविद् हैं। पत्र-पत्रिकाओं और रिसर्च जर्नल्स में उनकी तीन हजार से भी अधिक रचनाएँ तथा महत्त्वपूर्ण विषयों पर चालीस से भी अधिक पुस्तकें/ग्रंथ प्रकाशित हैं। भारत के विभिन्न राष्ट्रीय समाचार, पत्र-पत्रिकाओं के संपादकीय विभाग में शीर्षस्थ पदों पर कार्य कर चुके हैं। ‘प्रेस कौंसिल ऑफ इंडिया’ में दो बार ‘पर्यवेक्षक’ रहे तथा तीन वर्ष तक भारत के शीर्षस्थ उद्योगपति मुकेश अंबानी के ‘मीडिया सलाहकार’ और ‘संचार मंत्रालय’ में भी ‘सलाहकार’ रहे। एक ‘सांस्कृतिक राजदूत’ की हैसयत से डेढ़ दर्जन से भी अधिक देशों की यात्रा। अतिथि प्रोफेसर के रूप में दुनिया के कई विश्वविद्यालयों में अध्यापन। उन्हें विविध पुरस्कारों और सम्मानों से विभूषित किया जा चुका है। वर्ष 2010 में हिंदी अकादमी, दिल्ली सरकार द्वारा ‘साहित्य कृति पुरस्कार’, सृजनात्मक लेखन के लिए ‘इंटरनेशनल वोकेशनल आवार्ड-1999’, विश्व आंदोलन ट्रस्ट, मुंबई द्वारा ‘राष्ट्र गौरव सम्मान-2004’, अमेरिकन बायोग्राफिकल इंस्टीट्यूट, इंक, कैरोलिना (अमेरिका) द्वारा ‘इंस्टीट्यूट अवार्ड-2002’, सल्तनत ऑफ ओमान के ‘निशान-ए-मस्कट’ समेत लगभग 45 सम्मानों से अलंकृत उन्हें अत्यंत प्रतिष्ठित प्रत्यायित पत्रकार (Accredited Journalist) की श्रेणी (गृह मंत्रालय तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार) का दरजा प्राप्त है।
Foster positive thinking and embrace optimism with Sakaratmak Soch by P.K. Arya.