भारतवर्ष में शास्त्रग्रन्थों के बीच श्रीमद्भागवतमहापुराण सभी धर्मप्रिय मनुष्यों के हृदय में विशेष श्रद्धा के आसन पर प्रतिष्ठित है। भागवत में एक साथ ही इतिहास, पुराण, संस्कृति एवं अध्यात्मतत्त्वों के अद्भुत सम्मिलित भावों का समावेश है। सम्पूर्ण वेदशास्त्र मन्थन करके यह अवर्णनीय तत्त्वसार ‘परमहंस-संहिता’ श्रीमद्भागवत, व्यासदेव ने विश्व के चिन्तनशील और श्रद्धालु पाठकों को उपहार दिये हैं।