काम (Hindi Religious): Kaam (Hindi Religious)

·
· Ramayanam Trust
3.8
21 reviews
Ebook
32
Pages
Eligible

About this ebook

 'काम' शब्द बड़ा अनोखा है और इस शब्द को लेकर अनेक 'मत' और 'अर्थ' हमारे सामने आते हैं। परम्परा तो काम की निन्दा की गयी है पर यदि हम गहराई से दृष्टि डालें तो देखते हैं कि रामचरितमानस तथा हमारे अन्य धर्मग्रन्थों में काम की प्रवृत्ति और उसके स्वरूप का जो विश्लेषण प्रस्तुत किया गया है, वह बड़ा ही गंभीर है। यदि हम विचार करके देखें तो यहाँ उपस्थित हम-सब एवं सम्पूर्ण समाज के मूल में ईश्वर तो है ही, पर संसार के निर्माण में हमें काम की वृत्ति ही दिखायी देती है। काम की वृत्ति के विविध पक्ष हैं। काम क्या दुष्ट वृत्ति ही है? क्या वह 'खल' और निन्दनीय है? जैसा कि 'मानस और अन्य ग्रन्थों में, अनेकानेक स्थलों में उसके बारे में वर्णन करते हुए कहा गया है। निःसंदेह, काम का एक पक्ष यह भी है। पर हम देखते हैं कि काम, सृष्टि के सृजन और विस्तार में सहायक तो है ही, मनुष्य के अंतःकरण में जो आनंद और रस की पिपासा है, उसकी अनुभूति का मानो एक साकार रूप भी है। इससे तो यही निष्कर्ष निकलता है कि काम निंदनीय ही नहीं, वंदनीय भी है। इसलिए यदि किसी प्रसंग-विशेष में काम की निंदा की गयी है तो उसका एक उद्देश्य है और उसी प्रकार उसकी प्रशंसा के पीछे भी एक निहित उद्देश्य ही उसका कारण है।

Ratings and reviews

3.8
21 reviews
Parveen Harjai
June 8, 2018
Awesome book, please add more books of Maharaj ji. Thank you.
4 people found this review helpful
Did you find this helpful?
J P Mishra
August 7, 2023
नियति के स्वरूप का कारण, विश्व की लौकिक संभावना का आधार, शाश्वत संसार का रहस्य, काल का मूल और रहस्य का रहस्य सभी का श्रोत क्या है? क्लींकारी काम रूपण्यै, बीज रूपै नमोस्तुते। काम ही है जो सृष्टि और मां की नियंता शक्ति है। यही दिव्य दर्श मंदाकिनी की आंतरिक शीतलता की जड़ता है जो हिमालय के सुदूर कण कण से मिलकर सागर के गहराइयों के प्राणों में निवर्त मान है।
Did you find this helpful?
Ashok Yadav
January 25, 2020
very nice
1 person found this review helpful
Did you find this helpful?

Rate this ebook

Tell us what you think.

Reading information

Smartphones and tablets
Install the Google Play Books app for Android and iPad/iPhone. It syncs automatically with your account and allows you to read online or offline wherever you are.
Laptops and computers
You can listen to audiobooks purchased on Google Play using your computer's web browser.
eReaders and other devices
To read on e-ink devices like Kobo eReaders, you'll need to download a file and transfer it to your device. Follow the detailed Help Center instructions to transfer the files to supported eReaders.