डॉ. कमलेश द्विवेदी जिस विधा को छूते हैं, उसी को चमका देते हैं। कानपुर का गीत विधा से चोली-दामन का रिश्ता है। यहाँ का कवि चाहे किसी रस में लिखे, मगर वह मूलतः गीतकार ही होता है। कमलेश भी काव्यमंचों पर अपने व्यंग्यों के बाण चलाकर लोगों को उसी तरह घायल करते रहे हैं, जैसे तिरछे नैन घायल कर देते हैं, फिर भी प्यारे लगते हैं। मगर इनके गीत उन व्यंग्यों से भी अधिक विद्धकर और ध्वन्यात्मक हैं। इनके गीत सनातन मानव संवेदनाओं से जुड़े हुए हैं और सहज-सपाट न होकर बबूल के काँटे की तरह बींधकर टीस पैदा कर देते हैं। अच्छे गीतों की यही पहचान भी है। उस चुभन में जो आनंद आता है, वह आचार्यों की दृष्टि में ब्रह्मानंद-सहोदर होता है। जिसका जीवन `आज सफर से लौटे हैं हम, कल फिर जाना है' जैसा चलायमान हो, वह एक साँस में शताधिक विविधवर्णी प्रेमगीत गा दे, तो सुखद आश्चर्य होता है.क्योंकि आज के तकनीकी युग में प्रेम का भाव दुर्लभ हो गया है। एक आश्वस्ति भी जगती है कि आज के घोर बेसुरे दौर में, कमलेश जैसी युवा प्रतिभाओं के बल पर हिन्दी गीत-धारा निरंतर प्रवाहित होती रहेगी। मेरा विश्वास है - `कहीं नहीं हैं हम चित्रों में, फिर भी लगता है हम हैं' के समर्थ गीतकार को हर पाठक अपने दिल के अलबम में रखना चाहेगा।
डॉ॰ कमलेश द्विवेदी
जन्म तिथि : 25 अगस्त 1960
शिक्षा : परास्नातक, विधि स्नातक
साहित्य यात्रा : 1984 से
सृजन : मुख्यत: हास्य-व्यंग्य रचनाएँ साथ ही गीत-ग़ज़ल एवं बालगीत भी।
प्रकाशन : 50 से अधिक स्तरीय पत्र-पत्रिकाओं में नियमित प्रकाशन।
प्रकाशित कृति : 'मेरे गीत समर्पित उसको...' (गीत-संग्रह)
प्रसारण : अखिल भारतीय कवि सम्मेलनों-मुशायरो, दूरदर्शन, आकाशवाणी तथा निजी चैनलों से प्रसारण।
विशेष : 1. हिंदी ग़ज़ल में विशिष्ट योगदान के लिए विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ (बिहार) से पी॰एच-डी॰ की उपाधि। 2. गीत-ग़ज़ल का विश्व हिंदी संस्थान, कनाडा और रेडियो ज़िन्दगी, अमेरिका से प्रसारण। 3. कई हास्य रचनाएँ बडौदा विश्वविद्यालय तथा गीत और बालगीत कानपुर विश्वविद्यालय से किये गए शोध कार्य में शामिल। 4. देश के सभी प्रतिष्ठित कवियों और शायरों के साथ काव्य पाठ। 5. हास्य-व्यंग्य के आडियो कैसेट में रचनाएँ शामिल।
सम्मानः आल इंडिया कॉन्फ्रेंस ऑफ इंटलेक्चुअल्स द्वारा 'कानपुर रत्न' सम्मान पश्चिम बंगाल के राज्यपाल महामहिम श्री केशरीनाथ त्रिपाठी जी के कर कमलों से। जिगर एकडेमी, चिल्ड्रेन बुक ट्रस्ट, भारतीय बाल कल्याण संस्थान, सुभाष चिल्ड्रेन सोसायटी, अखिल भारतीय मंचीय कवि परिषद, मानस संगम, रोटरी क्लब, लायंस क्लब, विकासिका सहित 50 से अधिक संस्थाओं द्वारा कानपुर और अन्य शहरों में सम्मानित।
सम्प्रतिः एडवोकेट, स्वतंत्र लेखन
सपर्क: 119/427, दर्शन पुरवा, कानपुर-12 (उ॰प्र॰) भारत।
मोबा. : 09415474674, 08081967020
ई-मेल : drkamlesh.dwivedi@gmail.com.
ब्लॉग/वेबसाइट : www.drkamleshdwivedi.