आपको यह जानकर सुखद आश्चर्य होगा कि सफल लोग कोई अनोखा कार्य नहीं करते। तो फिर वे क्या करते हैं? वे विफल लोगों द्वारा कठिन मानकर छोड़ दिए गए कार्यों को करते हैं। अर्थात् लगभग सभी लोग जानते हैं कि किन कार्यों से सफलता मिल सकती है। लेकिन अधिकतर लोग उन कार्यों के प्रति अनिच्छा दिखाते हैं, क्योंकि वे कार्य आसान नहीं होते। जी हाँ, कठिन कार्यों को करने की तत्परता ही व्यक्ति विशेष को सफल बनाती है। अब तक आपको भी पूरी तरह समझ आ गया होगा कि आपकी स्वाभाविक कार्यकुशलता क्या है, अर्थात् आप किन कार्यों को अपेक्षाकृत अधिक आसानी से कर पाने में सक्षम हैं। तो फिर उन कार्यों को करने में हिचकिचाहट क्यों? क्योंकि आपको पता है कि स्वाभाविक होते हुए भी उन कार्यों को सफलता की हद तक पहुँचाने के लिए आपको बहुत कुछ त्याग करना पड़ेगा और अनुमान से कुछ अधिक समय तक कठिन साधना भी करनी पड़ेगी। तो क्या सोच रहे हैं आप, विफल लोगों की भीड़ में शामिल रहते हुए गुमनाम ही बने रहना चाहते हैं या फिर सफल होकर आनेवाली पीढ़ी का मार्गदर्शन करना चाहते हैं? सबकुछ केवल आपकी स्वेच्छा पर निर्भर है। लेकिन इस विषय पर आगे बढ़ने से पहले मनुष्य की महानता, उसके कर्म व कर्तव्य के आध्यात्मिक रहस्य को जानना आवश्यक है। आपको यह जानकर सुखद आश्चर्य होगा कि सफल लोग कोई अनोखा कार्य नहीं करते। तो फिर वे क्या करते हैं? वे विफल लोगों द्वारा कठिन मानकर छोड़ दिए गए कार्यों को करते हैं। अर्थात् लगभग सभी लोग जानते हैं कि किन कार्यों से सफलता मिल सकती है। लेकिन अधिकतर लोग उन कार्यों के प्रति अनिच्छा दिखाते हैं, क्योंकि वे कार्य आसान नहीं होते। जी हाँ, कठिन कार्यों को करने की तत्परता ही व्यक्ति विशेष को सफल बनाती है। अब तक आपको भी पूरी तरह समझ आ गया होगा कि आपकी स्वाभाविक कार्यकुशलता क्या है, अर्थात् आप किन कार्यों को अपेक्षाकृत अधिक आसानी से कर पाने में सक्षम हैं। तो फिर उन कार्यों को करने में हिचकिचाहट क्यों? क्योंकि आपको पता है कि स्वाभाविक होते हुए भी उन कार्यों को सफलता की हद तक पहुँचाने के लिए आपको बहुत कुछ त्याग करना पड़ेगा और अनुमान से कुछ अधिक समय तक कठिन साधना भी करनी पड़ेगी। तो क्या सोच रहे हैं आप, विफल लोगों की भीड़ में शामिल रहते हुए गुमनाम ही बने रहना चाहते हैं या फिर सफल होकर आनेवाली पीढ़ी का मार्गदर्शन करना चाहते हैं? सबकुछ केवल आपकी स्वेच्छा पर निर्भर है। लेकिन इस विषय पर आगे बढ़ने से पहले मनुष्य की महानता, उसके कर्म व कर्तव्य के आध्यात्मिक रहस्य को जानना आवश्यक है। Safalta Ki Taiyari Kaise Karein by PRADEEP THAKUR: This book provides insights and strategies for achieving success in life. With its focus on personal development and self-improvement, "Safalta Ki Taiyari Kaise Karein" is a must-read for anyone interested in achieving their goals and realizing their full potential.
Key Aspects of the Book "Safalta Ki Taiyari Kaise Karein":
Personal Development: The book highlights the importance of personal development and self-improvement in achieving success, offering practical tips and strategies for enhancing one's skills and knowledge.
Inspiring Stories: The book tells inspiring stories of people who have achieved success in their fields, demonstrating the power of hard work, determination, and resilience.
Practical Strategies: The book provides a range of practical strategies and tips for goal-setting, time management, and overcoming obstacles.
PRADEEP THAKUR is an author and entrepreneur who has written extensively on success principles and personal development. "Safalta Ki Taiyari Kaise Karein" is one of his most popular works.