कविता-संकलन जिसमें मानव-अनुभूतियों की छलछलाती तरंगों का नैसर्गिक सौन्दर्य है। जीवन की सरलता केसाथ गांभीर्य का साक्षात्कार है। मनोमुग्धकारिणी उद्भावनाएं हैं तो लोकोत्तर आनंद में निमग्न करने का सामर्थ्य भी। जीवन की कटुता में भी मधु-लेपन है। जीवन की ऊंची उड़ान भी है तो वास्तविकता के धरातल के साथ। कवयित्री अनुभूति के क्षणों में अपने साथ पाठकों को ऐसे उदात्त भाव-लोक में विचरण कराती है जिसमें जीवन की शुष्कता में भी सरसता है, निराशा में भी आशा है, मधुरता का सुन्दर, सुखद अह्सास है।