पुस्तकें हमारे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और हमारे सच्ची मार्गदर्शक कहलाती हैं। हम ताउम्र उनसे सीखते हैं और विरासत के रूप में उन्हें सहेज के भी रखते हैं। पुस्तकों के आ जाने के बाद ज्ञान के आदान-प्रादान में क्रांति सी आ जाती है, जो की मानव विकास के लिये बहुत ही निर्णायक साबित होती है।
पुस्तकें हमारी ज्ञान की उत्सुकता को पूरा करती हैं। पुस्तकें हमारी सच्ची दोस्त होती हैं। जिनके रहते जीवन को एक सही दिशा मिलती है। पुस्तकें हमे वर्णमाला से लेक कर जीवन के कठिन सवालों तक के जवाब बड़े आसानी से दे देती हैं।
इन्हीं बातों को ज़हन में रखकर मैंने इस पुस्तक को प्रकाशित करने का निर्णय लिया है।
हिंदी, उर्दू भाषाओं के फ़रोग़ के लिये मैं हमेशा तत्पर रहता हूँ।
इससे पहले भी मेरी सात पुस्तकें हिंदी व उर्दू में प्रकाशित हो चुकी हैं।
लेकिन ये पुस्तक मेरी इन दोनों पुस्तकों से और भी अधिक उत्तम है।
ये पुस्तक मेरी ज़िन्दगी के खूबसूरत अनुभवों व ख़्यालातों की अक्कासी करती है।
जिसमें लगभग 60 ग़ज़लें हैं।
मैं उम्मीद करता हूँ पाठकों ये पुस्तक पढ़ने के बाद बहुत आनन्द आयेगा।
पाठकों से अनुरोध के वो अपने विचारों से मुझे अवश्य अवगत करें।
*दुआओं का तालिब*
*"शायर मुरादाबादी "*
शायर मुरादाबादी
माता का नाम : शमीमा बेग़म
पिता का नाम : मुमताज हुसैन अंसारी
तलम्मुज़ : तहसीन हज़ारा के तख़लीक़ कार तहसीन मुरादाबादी
महिला/पुरुष :पुरुष
विवाहित/अविवाहित :अविवाहित
जन्म तिथि : 7/2/1987
जन्म स्थान : मुरादाबाद
शिक्षा : स्नातक
रुचि : शायरी,ड्राइंग,
वर्तमान में कार्य (पेशा) : मोम की कलाकृतियां बनाना
प्रकाशित कृतियां : अर्थ, मेरा जो़क-ए-जुनूं मेरे काम आया
प्रकाशनाधीन कृतियां : मेरा जुनून
लेखन विधा : ग़ज़ल, दोहा,सौरठा,आदि
प्राप्त सम्मान/पुरस्कार : तुलसी स्मृति सम्मान नेपाल, तहज़ीब हाफी सम्मान, जोन ऐलिया सम्मान, जिग़र सम्मान आदि
पद तथा दायित्व : अखिल भारतीय अदब परिषद (सचिव)
अब तक प्राप्त मुख्य उपलब्धी : कम उम्री दो ग़ज़ल संग्रह लाकर मुरादाबाद में रचा इतिहास
वर्तमान पता : साबरी मंजि़ल बाड़ा शाह सफा मुरादाबाद: 244001
संपर्क मोबाईल/व्हाटशॉप नम्बर : 9149028647,
ईमेल : shayarmoradabadi786@gmail.com