कार्नेलियस पल्चर की कैसे आदमी अपने दुश्मन से भी फायदा ले सकता है? का हिंदी अनुवाद: HINDI TRANSLATION OF CORNELIUS PULCHER’S HOW A MAN MAY BE BENEFITED BY HIS ENEMIES?

·
· Hindi Translation by Dr Alok KUmar පොත 5 · Center for Innovative Leadership
4.8
සමාලෝචන 5ක්
ඉ-පොත
21
පිටු

මෙම ඉ-පොත ගැන

...मानव काफी संतुष्ट रहते थे यदि वह अजनबी और जंगली जानवरों के हमले से बचे रहते थे और उनसे चोट नहीं खाते थे, और उनके हमले से अपने को बचने के लिए उनसे लड़ने यही उनका मुख्य उद्देश्य होता था। परंतु आगे चलकर उन्होंने सीखा की कैसे जंगली जानवरों का इस्तेमाल अपने हित में किया जाए, कैसे उनके मांस पर निर्भर रहा जाए, और उनसे प्राप्त ऊन से कपड़े बनाए जाएं, उनके पित्त और शारब से दवाएं बनाएं, उनकी खाल को ढकने के लिए प्रयोग करें, फिर भी कुछ डर के साथ। यदि जंगली जानवर ने हमला बोला, और वह क्रूर और अनियंत्रित हो गया और उसने मार दिया। फिर भी सभी सावधान थे की उन्हें शत्रु से चोट नहीं पहुंचे, बल्कि संवेदनशील इतने की उनसे कैसे फायदा लिया जाए, हमें संदेह नहीं करना चाहिए, बल्कि उन तरीकों और योजनाओं को जानना चाहिए की कैसे उनसे फायदा उठाया जाए, यह जानते हुए की बिना दुश्मन के जीवन असंभव है। किसान अकेला काफी कुछ खुद से नहीं सकता था, न ही शिकारी हर तरह के जानवर का अकेला शिकार कर सकता था, इसलिए दोनों को जरूरत थी उस माध्यम की जो उनके लिए फायदेमंद हो सके। एक बंजर खेत में और दूसरा जंगली जानवरों के शिकार में उसकी जरूरतों के अनुसार मदद कर सकें। 

ඇගයීම් සහ සමාලෝචන

4.8
සමාලෝචන 5ක්

කර්තෘ පිළිබඳ

डा. आलोक कुमार एक शिक्षक, लेखक और अनुवादक, और प्रशिक्षु राजनीतिज्ञ भी. आगरा में रहते हैं और डा. भीम राव अंबेडकर वि. वि. के एक संस्थान औद्योगिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (IET) में गणित के प्रवक्ता हैं. 

हमेशा विश्वास करते हैं की कोई भी कुछ बेहतर कर सकता है यदि वह सोचता है.

एक शिक्षक और लेखक के रुप में गणित और कंप्यूटर से लगाव है. नियमित रुप से आम रुचि के लेख लिखते हैं और पुस्तकों का अनुवाद करते हैं. लेखक और अनुवादक के रुप में जिनकी मातृ भाषा हिंदी है उन्हें विश्व के श्रेष्ठ साहित्य और जानकारियों से अवगत करने का छोटा प्रयास भी करते हैं.

आप संपर्क कर सकते हैं-

डा. आलोक कुमार,

निहाल निकेतन, अशोक नगर, आगरा

मोबाईल: (91) 9412331314, (91) 8171073892

ई-मेल: dralokumar@gmail.com

फेसबुक: https://www.facebook.com/dralok.in 

මෙම ඉ-පොත අගයන්න

ඔබ සිතන දෙය අපට කියන්න.

කියවීමේ තොරතුරු

ස්මාර්ට් දුරකථන සහ ටැබ්ලට්
Android සහ iPad/iPhone සඳහා Google Play පොත් යෙදුම ස්ථාපනය කරන්න. එය ඔබේ ගිණුම සමඟ ස්වයංක්‍රීයව සමමුහුර්ත කරන අතර ඔබට ඕනෑම තැනක සිට සබැඳිව හෝ නොබැඳිව කියවීමට ඉඩ සලසයි.
ලැප්ටොප් සහ පරිගණක
ඔබට ඔබේ පරිගණකයේ වෙබ් බ්‍රව්සරය භාවිතයෙන් Google Play මත මිලදී ගත් ශ්‍රව්‍යපොත්වලට සවන් දිය හැක.
eReaders සහ වෙනත් උපාංග
Kobo eReaders වැනි e-ink උපාංග පිළිබඳ කියවීමට, ඔබ විසින් ගොනුවක් බාගෙන ඔබේ උපාංගයට එය මාරු කිරීම සිදු කළ යුතු වේ. ආධාරකරු ඉ-කියවනයට ගොනු මාරු කිරීමට විස්තරාත්මක උදවු මධ්‍යස්ථාන උපදෙස් අනුගමනය කරන්න.

මාලාව අඛණ්ඩව කියවන්න

සමාන ඉ-පොත්