Mann Ki Shikayaton Se Mukti: Vicharon Ki Khoj Dwara

· WOW PUBLISHINGS PVT LTD
4.0
18 reviews
Ebook
64
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About this ebook

सुख, शांति और खुशी पाने का राज़

इंसान को परिवार, समाज, नेता, वातावरण, पैसा, मोहल्ला, ईश्वर और अपने आपसे कई सारी शिकायतें होती हैं। जैसे-

1. परिवार के लोग मुझे समय नहीं देते।

2. घर में बच्चे अपनी चीज़ें सलीके से नहीं रखते।

3. मेरे घर आए हुए मेहमानों की आवभगत ठीक से नहीं होती।

4. मेरे सहकारी अपने कार्य ठीक से नहीं करते।

5. समाज में धोखे देनेवाले लोग बढ़ गए हैं।

6. विश्व में कितनी अशांति है।

7. पर्यावरण असंतुलित हो गया है।

8. मँहगाई कितनी बढ़ गई है।

9. मैं अधिक ज़िम्मेदारी नहीं उठा पाता।

10. मुझे ज़ल्दी सफलता नहीं मिलती...।

इस तरह यह सूची कितनी भी लंबी हो सकती है। मगर मूल सवाल यह है कि क्या आप भी इन शिकायतों की कतार में हैं? यदि ‘हाँ’ तो यह पुस्तक आपको शिकायतशून्य जीवन जीने की प्रेरणा देकर, आपके लिए शिकायत से मुक्ति का वरदान साबित होगी।

Ratings and reviews

4.0
18 reviews
Veeresh Pal
November 2, 2023
Great Book
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Satendra kumar
July 19, 2022
best
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About the author

सरश्री की आध्यात्मिक खोज का सफर उनके बचपन से प्रारंभ हो गया था। इस खोज के दौरान उन्होंने अनेक प्रकार की पुस्तकों का अध्ययन किया। इसके साथ ही अपने आध्यात्मिक अनुसंधान के दौरान अनेक ध्यान पद्धतियों का अभ्यास किया। उनकी इसी खोज ने उन्हें कई वैचारिक और शैक्षणिक संस्थानों की ओर बढ़ाया। इसके बावजूद भी वे अंतिम सत्य से दूर रहे।

उन्होंने अपने तत्कालीन अध्यापन कार्य को भी विराम लगाया ताकि वे अपना अधिक से अधिक समय सत्य की खोज में लगा सकें। जीवन का रहस्य समझने के लिए उन्होंने एक लंबी अवधि तक मनन करते हुए अपनी खोज जारी रखी। जिसके अंत में उन्हें आत्मबोध प्राप्त हुआ। आत्मसाक्षात्कार के बाद उन्होंने जाना कि अध्यात्म का हर मार्ग जिस कड़ी से जुड़ा है वह है - समझ (अंडरस्टैण्डिंग)।

सरश्री कहते हैं कि ‘सत्य के सभी मार्गों की शुरुआत अलग-अलग प्रकार से होती है लेकिन सभी के अंत में एक ही समझ प्राप्त होती है। ‘समझ’ ही सब कुछ है और यह ‘समझ’ अपने आपमें पूर्ण है। आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्ति के लिए इस ‘समझ’ का श्रवण ही पर्याप्त है।’

सरश्री ने ढाई हज़ार से अधिक प्रवचन दिए हैं और सौ से अधिक पुस्तकों की रचना की हैं। ये पुस्तकें दस से अधिक भाषाओं में अनुवादित की जा चुकी हैं और प्रमुख प्रकाशकों द्वारा प्रकाशित की गई हैं, जैसे पेंगुइन बुक्स, हे हाऊस पब्लिशर्स, जैको बुक्स, हिंद पॉकेट बुक्स, मंजुल पब्लिशिंग हाऊस, प्रभात प्रकाशन, राजपाल अॅण्ड सन्स इत्यादि।

 

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